महामारी का रौद्र रूप इस समय चरम पर है। प्रदेश समेत देश में इस समय महामारी के मामलों में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है। अब ऐसे कयास हैं कि प्रदेश के सरकारी और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से किसी संक्रमित मरीज की जान नहीं जाएगी। प्रदेश सरकार ने ऑक्सीजन की कमी को समय से भांपते हुए इतना इंतजाम कर लिया है कि किसी व्यक्ति के जीवन की डोर बीच राह में न टूट सके।
महामारी अपना प्रसार लगातार तेज़ी से कर रही है। हर तरफ भय का माहौल है। ऑक्सीजन की कमी का आभाव हर जगह है। अब प्रदेश में राउरकेला, जमशेदपुर, पानीपत, हिसार और रुड़की से हर रोज 232 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई का बंदोबस्त हो गया है। निजी अस्पतालों को भी अपने यहां ऑक्सीजन बनाने की क्षमता में बढ़ोतरी के लिए अभी से गंभीर प्रयास करने को कहे गए हैं।
लगातार मामलों में इज़ाफ़ा हो रहा है। हर परिवार में कोई न कोई पॉजिटिव हो रहा है। प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी कमी का दावा किया जा रहा है। इसे लेकर हाई कोर्ट में अलग-अलग याचिकाएं भी दायर हुई हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की दलील है कि किसी भी तूफान से पहले बरसात की उम्मीद की जा सकती थी, लेकिन महामारी की सुनामी आ गई। फिर भी सरकार इससे निपटने के हर संभव पुख्ता बंदोबस्त कर रही है।
महामारी की दूसरी लहर इस समय अपना कहर दिखा रही है। हर जिले में इस समय स्थिति गंभीर बनी हुई है। मनोहर सरकार ने होम आइसोलेट लोगों को भी ऑक्सीजन की सप्लाई का ब्लूप्रिंट तैयार किया है। हर जिले में उपलब्ध ऑक्सीजन को चार हिस्सों में बांटकर तीन हिस्से अस्पतालों में और एक हिस्सा होम आइसोलेट लोगों तक पहुंचाने की कार्य योजना तैयार की गई है।
इस समय हरियाणा समेत देश के सभी राज्यों में महामारी ने अपनी पकड़ काफी मजबूत बना ली है। महामारी अपना भयावह रूप धारण कर चुकी है। हर जगह स्थिति काफी चिंताजनक बनी हुई है।