पहले जहां संख्या मतलब की संक्रमित मरीजों की संख्या कुछ थी अब यह लगातार बढ़ते हुए ना सिर्फ हजारों बल्कि लाखों तक बढ़ती जा रही है। भारत के 16 ऐसे राज्य है जिसमें संक्रमण बहुत तेजी से पैर पसार रहा है और इनमें से तो 10 राज्य ऐसे हैं कि यहां संक्रमण की दर 25 फ़ीसदी से भी ज्यादा पहुंच चुकी है। इन्हीं 16 राज्यों में हरियाणा राज्यों के नाम भी शामिल हो चुका है।
गोवा में 48 फीसदी नमूने पॉजिटिव निकल रहे हैं। दूसरे नंबर पर हरियाणा है, जहां 37 फीसदी संक्रमण दर है। इसी प्रकार पश्चिम बंगाल में 33, दिल्ली में 32 तथा पुडुचेरी में 30 फीसदी है। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में यह 29 फीसदी, कर्नाटक में 28 तथा चंडीगढ़ में 26 फीसदी है।
मंत्रालय के अनुसार, छह राज्यों में यह 20 फीसदी से अधिक, लेकिन 25 से कम है। इनमें महाराष्ट्र में 24, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और सिक्किम में 23, केरल में 22 और हिमाचल प्रदेश में 20 फीसदी है। 24 राज्यों में संक्रमण दर 15 फीसदी से अधिक है, जबकि 10 राज्यों में यह 5-10 फीसदी के बीच है। तेलंगाना समेत दो राज्य हैं, जहां यह दर 5 फीसदी से कम है।
बता दें कि डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुसार संक्रमण दर 5 फीसदी से नीचे रहें, तो भी मुश्किल इतनी नही यदि 10 फीसदी तक की दर को भी नियंत्रण योग्य माना जाता है। मगर इससे ज्यादा होने का मतलब है कि बीमारी बेकाबू हो चुकी है। राष्ट्रीय स्तर पर भी संक्रमण दर 21-22 फीसदी के बीच बनी हुई है। केंद्र ने राज्यों से कहा है कि जहां संक्रमण दर 10 फीसदी से ज्यादा है, वहां कंटेनमेंट जोन बनाकर कड़े उपाय करें।
वहीं कई ऐसे भी राज्य है जहां स्थिति बद से बदतर हो चुकी है और ऐसे क्षेत्रों में अस्पतालों में इलाज तो बहुत दूर, बैड मिलना भी असंभव साबित होता जा रहा हैं। थी कारण है कि अलग अलग राज्यों में लॉक डाउन करके बेकाबू हालत पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा हैं।