जिले में इन दिनों महामारी अपने चरम पर है ऐसे में पूरा प्रशासन महामारी के रोकथाम में लगा हुआ है वही नगर निगम के इंजीनियरिंग ब्रांच से एक नया घोटाला सामने आया है। घोटाला यह है कि फर्जी टेंडर बनाकर एस्टीमेट तैयार कर दिया गया।
दरअसल, नगर निगम फरीदाबाद से भ्रष्टाचार की कई मामले सामने आ चुके है। वार्ड नंबर 5 में भी भ्रष्टाचार तथा घोटाले के कई मामले सामने आ चुके हैं वही अभी फर्जी टेंडर बनाकर एस्टीमेट तैयार करने का एक नया मामला सामने आया है।
इस टेंडर में वार्ड नंबर 5 स्थित 45 फीट रोड से मनीराम डिस्पोजल तक 36 इंची सीवर लाइन की सफाई के लिए अलग-अलग माध्यम से तीन फर्जी एस्टीमेट तैयार कर दिए गए। स्थानीय निवासियों ने बताया कि इस मामले में लगभग 20 लाख रुपए का घोटाला किया गया है।
नगर निगम आयुक्त गरिमा मित्तल ने इस विषय पर तुरंत कार्यवाही करते हुए ज्वाइंट कमिश्नर एनआईटी को जांच के आदेश दे दिए। उन्होंने कहा कि यदि टेंडर में गड़बड़ी पाई जाती है तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी।
स्थानीय निवासी राम सिंह ने बताया कि निगम ने 26 अप्रैल 2021 को वार्ड पांच में विभिन्न सीवर लाइनों की सफाई के लिए टेंडर निकाले। एक ही सीवर में दो अलग-अलग बार टेंडर में तीन बार सफाई करने का एस्टीमेट बना दिया।
टेंडर में जिस 36 इंची सीवर लाइन की लंबाई 865 है, अधिकारियों ने उसे कागजों में 1615 कर दिया है। उन्होंने बताया कि ज्यादा लंबाई दिखा कर ज्यादा बजट पास करवाने की प्लानिंग की गई है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी वार्ड नंबर 5 में भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से दूसरी गली दिखाकर बजट पास करवाना मुख्य रूप से शामिल है। आपको बता दें कि इस वार्ड में काफी लंबे समय से सीवर ओवरफ्लो की समस्या भी सब बनी हुई है शिकायत के बावजूद भी कुछ नहीं हो पा रहा है।