इस दुनिया में ऐसा कोई काम नहीं है जो मां न कर सके। मां पूर्ण होती है। मां के बिना सब अधूरा होता है। मां सभी काम कर सकती है वो चाहे तो क्या कुछ नहीं कर सकती। हम भी आपको ऐसी IAS के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने 4 साल के बेटे को खुद से दूर रखकर देश की सबसे मुश्किल परीक्षा UPSC में दूसरी रैंक हासिल कर सभी को चौंका दिया था।
अगर आप कुछ करने की ठान लें तो वो काम होता ज़रूर है। हर काम इस दुनिया में आपकी मेहनत के ज़रिये हो सकता है। यूपीएससी क्लीयर करना आसान नहीं, पर नामुमकिन भी नहीं। इन्होनें जब आईएएस बनने की ठानी तो पढ़ाई का तरीका ऐसा चुना, सब दंग रह गए।
जब्ज़ा और जुनून यह दो चीज़ें एक कामयाब इंसान के पीछे ज़रूर होती हैं। मन में कुछ करने का जज्बा होता है तो उसे मंजिल तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता है। ऐसा ही कुछ यूपीएससी 2017 की सेकेंड टॉपर सोनीपत के विकास नगर की अनु कुमारी ने करके दिखाया। अनु ने आईएएस बनकर देशसेवा का सपना बचपन में देखा था। लेकिन इस सपने के पूरा होने से पहले उसकी शादी हो गई तो एक बच्चा भी।
शादी हो जाने के बाद काफी महिलाएं अपनी पढाई को बीच में छोड़ देती हैं और कुछ अपना सपना पूरा करने के लिए पढाई आगे करती हैं। अनु ने हिम्मत नहीं हारी। परिवार ने सहयोग किया और शादी के बाद सपने को पूरा करने की ओर कदम बढ़ाए। नौकरी छोड़ी, ढाई साल के बेटे को मां के पास छोड़ा और खुद मौसी के घर रहकर पढ़ाई की। करीब डेढ़ साल के लिए मैं अपनी ममता भूल गई थी, लेकिन जो करने की ठानी थी, वह पूरी हो गई और मेरा सपना साकार हो गया।
अनु सभी के लिए प्रेरणादायक बन गयीं। सिर्फ महिलाएं ही नहीं सभी उनसे प्रेरणा लेने लगे। अनु की 12वीं तक की पढ़ाई सोनीपत के स्कूल से की। अनु दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिन्दू कॉलेज की फिजिक्स ऑनर्स की स्टूडेंट रहीं हैं।