उपायुक्त यशपाल ने बताया कि महामारीके खिलाफ जंग में जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा की मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए बीके नागरिक अस्पताल परिसर में सौ ऑक्सीजन बैड का एक अस्थाई अस्पताल तैयार किया जाएगा।
सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) के तहत तैयार होने वाले इस अस्पताल का कार्य एक महीने में पूरा कर लिया जाएगा। उपायुक्त यशपाल रविवार को बीके नागरिक अस्पताल परिसर में नए बनने वाले अस्पताल की तैयारियों का जायजा ले रहे थे। उपायुक्त यशपाल ने बताया कि लगातार बढ़ रहे मरीजों को समय पर सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए कुछ कंपनियां सीएसआर के तहत आगे आई है।
उन्होंने बताया कि इन्हीं में से एक कंपनी द्वारा सीएसआर के तहत बीके अस्पताल परिसर में 100 ऑक्सीजन बिस्तर का एक अस्पताल तैयार करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि करीब 18 सौ स्क्वायर मीटर में बनने वाले इस अस्पताल का डिजाइन टाटा स्टील कंपनी द्वारा तैयार किया गया है। इसके साथ ही सीएसआर फर्म द्वारा पूरे स्ट्रक्चर के निर्माण का जिम्मा भी टाटा स्टील कंपनी को ही दिया गया है। उन्होंने बताया कि अस्पताल परिसर में निर्माण कार्य के लिए स्थान फाइनल कर दिया गया है।
उन्होंने बताया इस अत्याधुनिक अस्पताल को स्टील के ढांचे पर खड़ा किया जाएगा। यहां 100 ऑक्सीजन बैड के साथ-साथ सीवरेज, शौचालय, बिजली, पानी व ऑक्सीजन सहित सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस सो बैड के अस्पताल के निर्माण के बाद मरीजों को और अधिक बेहतर सुविधा मिलेगी और उन्हें प्राइवेट अस्पतालों की तरफ नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि बीके अस्पताल परिसर में फिलहाल 200 लीटर प्रति मिनट क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो चुका है।
उन्होंने बताया कि अस्पताल में ही एनएचपीसी कंपनी द्वारा 1000 लीटर प्रति मिनट क्षमता का एक और ऑक्सीजन प्लांट भी जल्द तैयार कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन दोनों प्लांट के शुरू होने से ऑक्सीजन की एक बड़ी मात्रा हमें प्रतिदिन उपलब्ध होगी। उपायुक्त ने अस्पताल परिसर में अपने दौरे में स्वास्थ्य विभाग व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह जल्द से जल्द इसको बेड के अस्थाई अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू कर दें।
इस अवसर पर उनके साथ नगर निगम के एएमसी इंद्रजीत गुलेरिया, सीएमओ रणदीप सिंह पुनिया पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन प्रदीप संधू सहित कई अधिकारी मौजूद थे।