मुश्किल समय में मिशन जागृति का बुक बैंक विद्यार्थियों के लिए उम्मीद की एक नई किरण है। मिशन जागृति संस्था इस महामारी काल में लगातार लोगों की निस्वार्थ भाव से सेवा कर रही है। जहां मिशन जागृति ऐसे व्यक्तियों का अंतिम संस्कार कर रही है।जिनका अपना कोई नहीं है या कोई साथ भी नहीं आ रहा।वहीं लोगों को मास्क पहनने के लिए और प्लाज्मा दान करने के लिए भी जागरूक कर रही है।
मिशन जागृति के संगठन सचिव और बुक बैंक के संयोजक दिनेश राघव ने बताया कि इस महामारी के दौरान मिशन जागृति के द्वारा लगातार विद्यार्थियों के लिए हमारा बुक बैंक काम कर रहा है अभी तक हम लगभग 170 बच्चों की मदद कर पाए हैं।
हमारे बुक बैंक में कक्षा 1 से लेकर इंजीनियरिंग वकालत और दूसरे कोर्सों की भी किताबें लोगों ने दान में दी हुई है। जिनको पढ़ने वाले बच्चे हमारे पास आकर लगातार अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जब लोगों के पास नौकरियां नहीं है। उस वक्त अपने बच्चों की किताबें लाने के लिए पैसे नहीं है। लोगों के पास तब मिशन जागृति का बुक बैंक एक आशा की किरण के रूप में सामने आता है और बच्चों को पढ़ाई करने में मदद करते हुए उनको किताबें देता है। इस मुहिम में राजेश भूटिया और अशोक भटेजा का विशेष सहयोग रहता है।
मिशन जागृति के अध्यक्ष विपिन शर्मा ने बताया कि जहां कहीं से भी हमको फोन आता है। हमारे वॉलिंटियर्स उनके पास जाकर किताबें लाते हैं और बुक बैंक में रखते हैं। मिशन जागृति के संस्थापक प्रवेश मालिक ने बताया कि बुक बैंक और लाइब्रेरी की प्रेरणा उनको उनके गुरु डॉक्टर सुभाष श्योराण से मिली उनके ही मार्ग निर्देशन में सारी टीम काम कर रही है।
मिशन जागृति के सामाजिक कामों में हमारे संरक्षक आदरणीय तेजपाल सिंह, मुनेश पंडित, कविंद्र चौधरी ,जिला अध्यक्ष विवेक गौतम ,महिला जिला अध्यक्ष सुनीता रानी, सलाहकार अंकुर शरण , लाइफ कोच अर्जुन गौड़ के साथ-साथ पूरी टीम का भरपूर साथ रहता है