राज्य में ज्यादातर किसानों की गेहूं की खरीद राशि का भुगतान कर दिया गया है। विभिन्न कारणों से जिन किसानों की रकम ट्रांसफर होनी बाकी है, उनका भुगतान जल्द से जल्द करने के आदेश उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दिए हैं।
मंगलवार को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग और हैफेड के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री ने बताया कि किसानों के लगभग 56 हजार बैंक खातों में पैसे जाने बाकी हैं जिनमें से 50 हजार खातों में भुगतान बुधवार तक हो जाएगा। बैठक में उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ फसल खरीद व भुगतान प्रक्रिया के बारे में समीक्षा की तथा उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि लगभग 12 हजार खातों की जांच की जा रही है और इसके लिए किसानों से सम्पर्क साधकर सही जानकारी ली जा रही है। इनके अलावा 16 हजार से ज्यादा किसान ऐसे हैं जिन्होंने अपनी जानकारी सही रूप से अपलोड नहीं की है। ऐसे किसानों को एक सप्ताह में अपना ऑनलाइन रिकॉर्ड सही करने को कहा जाएगा ताकि उनका भुगतान किया जा सके।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने इस वर्ष गेहूं खरीद के ऑनलाइन ट्रांसफर कार्यक्रम पर संतोष जाहिर किया और कहा कि किसानों को उपज का पैसा उनके अकाऊंट में देना सरकार के प्रमुख उद्देश्यों में है। उन्होंने उम्मीद जताई कि रिकॉर्ड अपलोड करने और बैंक अकाऊंट की सही जानकारी देने के मामले में अगले सीजन में सुधार देखने को मिलेगा और फिर हर किसान को 48 घंटे में उसकी फसल का भुगतान अकाउंट में पहुंच जाएगा।
इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश की सभी अनाज मंडियों में जितनी गेहूं गेट पास कटने के बाद रखी हुई है, उसकी खरीद बुधवार को करने के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को गेहूं खरीद संबंधी काम 15 मई तक निपटाने के निर्देश दिए गए हैं।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि जिन किसानों की गेहूं अब तक मंडियों में नहीं आई है, उनके लिए भी जल्द ही एक दिन के लिए सरकारी खरीद की जाएगी।