पिछले दिनों जहां देशभर के कई राज्यों में ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए त्राहि-त्राहि देखी गई। वहीं अब सिलेंडर को घर घर पहुंचाने की योजना में हरियाणा को अच्छा फीडबैक मिला है। दरअसल, योजना अधिकतर उन लोगों के लिए शुरू की गई है जो लोग होम आइसोलेट हैं और ऐसे मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर प्राप्त करने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे में हरियाणा में शुरू हुई डोर टू डोर सिलेंडर पहुंचाने की प्रक्रिया काफी रंग ला रही है।
आपको बता दें होम आइसोलेट में रह रहे मरीजों में से करीबन 2324 व्यक्तियों ने पोर्टल पर ऑक्सीजन के लिए आवेदन किया था इनमें से 505 आवेदकों के घर ऑक्सीजन सिलेंडर की पहुंचाया जा चुका है वहीं अभी 1260 के घर सिलेंडर पहुंचाने की तैयारी के लिए कमर कसी हुई है। वही बता दे पोर्टल पर 559 आवेदकों द्वारा अधूरी जानकारी दी गई थी इसके चलते उनका आवेदन रद्द कर दिया गया है।
वहीं पोर्टल पर 323 समाजसेवी संस्थाओं ने घरद्वार पर ऑक्सीजन सिलिंडर की सप्लाई के लिए पंजीकरण करवाया है। इनमें से अभी तक 282 समाजसेवी संस्थाओं का पंजीकरण स्वीकृत हो चुका है।
वही आपको बताते चलें कि कालाबाजारी रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने अब दवाओं के रेट तय किए हैं। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग हरियाणा की ओर से जारी निर्देश के अनुसार, रेट से अधिक पैसे वसूलने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
पत्र के अनुसार, डॉक्सीसिक्लिन एक टैबलेट 0.91 पैसे की, पैरासिटामोल 1.73 रुपए, मिथाइल प्रेडनीसोलोन 16 एमजी की 8.37 व 8 एमजी की 4.79 रुपए की एक टैबलेट होगी। एजीथ्रोमाइसिल 500एमजी 19.99 रुपए देनी होगी।
इसके अलावा, सेलकाल 500एमजी, विटामिन 12 एमजी, जिंक, जींक सी, आइवरवैक्टिन 12, जिंको, इवोडी 12 व जिंकविट को प्रिंट रेट पर बेचा जा सकेगा। अगर कोई निर्धारित से अधिक पैसे वसूलता है तो पीड़ित संबंधित जिले में सिविल सर्जन या दवा नियंत्रण अधिकारी को शिकायत कर सकता है।