फरीदाबाद में लगातार कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे है वही कोरोना वायरस का लगातार बढ़ रहा संक्रमण लोगों में न सिर्फ चिंता बल्कि भय का भी विषय बना हुआ है। कोरोना काल बनकर देशवासियों पर छाया हुआ है। प्रशासन द्वारा इससे बचाव के लिए अनेक प्रयासों के बावजूद भी कोरोना के संक्रमण से निजात नहीं मिल पा रही है।
मंगलवार को 69 केसों की बढ़ोतरी के साथ यह आंकड़ा मंगलवार की शाम को 485 पर पहुंच गया है। इसके अलावा दो लोगों की मौत होने की भी खबर है। इनमें से एक कोरोना पॉजीटिव की ओल्ड फरीदाबाद के बाढ़ मोहल्ला तो दूसरा एसजीएम नगर सी ब्लाक के रहने वाले थे।
बताया गया है कि यह दोनों ही फरीदाबाद के निजी अस्पतालों में भर्ती थे और वहीं उनका ईलाज भी चल रहा था। इन दोंनों में एक मुस्लिम व दूसरा ब्राहण समुदाय से संबंधित था। इन दोनों को कोविड-19 की गाईड लाईन के हिसाब से अंतिम संस्कार किया गया है।
कुल मिलाकर फरीदाबाद में मरने वालों की संख्या 10 पर पहुंच गई है। बता दें कि बता दें कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा किसी भी कोरोना केस के संदर्भ या उसकी लोकेशन की जानकारी नहीं दी जाती। कोविड नियम के तहत उनकी जानकारी गोपनीय रखी जाती है। इसके आपसे आग्रह है कि किसी भी पॉजीटिव के संदर्भ में जानकारी ना मांगे।
बता दें कि शहर में दिनोंदिन करोनो के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। हालांकि चर्चा तो यह भी है कि यह संख्या 69 से भी अधिक है, मगर बाकि कोरोना पॉजीटिव दिखाए नहीं जा रहे। इस तरह से कुल कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना अब तेजी से खतरनाक स्टेज की ओर जा रहा है।
यदि अभी भी नहीं संभले तो वह दिन भी दूर नहीं जब कोरोना का खतरा तेजी से हर किसी में बैठा हुआ दिखाई देगा। सोमवार को कोरोना का यह आंकड़ा 416 पर था, जोकि बुधवार शाम तक बढक़र 485 पर पहुंच गया है।
स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार यदि लोग खुद को जागरूक नहीं करेंगे तो उन्हें इस वायरस से कोई नहीं बचा सकता। इसलिए सभी को खुद ही इसके प्रति सावधान रहना होगा। हालांकि बता दें कि शहर के बाजार अब लोगों से खचाखच भरे रहने लगे हैं।
लोगों में जागरूकता के नाम पर कोई भी चीज दिखाई नहीं दे रही है। ना तो लोगों में मास्क के प्रति जागरूकता है और ना ही सावधानी है। सब्जी मंडी व बाजारों में सोशल डिस्टेंस नाम की कोई ऐसी चीज दिखाई नहीं देती, जिससे लोग खुद को बचा सकें।
हालांकि जिला प्रशासन ने अपनी ओर से बाजारों में भीड़ बढऩे से रोकने के लिए लॉकडाऊन की सारी हिदायतों का पालन करने की अनिवार्यता लागू की है। बाजारों को बारी बारी से खोलने का भी नियम बनाए रखा है,मगर लोग खुद जागरूक व बचाव के लिए तैयार नहीं हैं।