दो युवाओं ने उठाया महामारी की जंग हारने वाले लोगों के अंतिम यात्रा का बीड़ा, इस तरह से कर रहे है लोगों की मदद

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महामारी का खौफ इन दिनों फरीदाबाद में इस कदर हावी है कि पार्थिव शरीर को शमशान तक पहुंचाने के लिए समाजसेवी संस्थाओं तथा समाजसेवियों का लोग सहारा ले रहे है। जिले में इस समय कुछ समाजसेवी संस्थाएं और समाजसेवी लोगों की अंत्येष्टि तथा दाह संस्कार करा रहे हैं ऐसा ही एक पुण्य का काम जिले के दो युवा गौतम खन्ना तथा कुलदीप सिंह कर रहे हैं। गौतम खन्ना तथा कुलदीप सिंह महामारी से जिंदगी की जंग हार जाने वाले लोगों की अंत्येष्टि कर रहे हैं।


गौतम खन्ना तथा कुलदीप सिंह शव वाहन के जरिए इस समय लोगों की मदद कर रहे हैं। ‌ गौतम खन्ना ने बताया कि पिछले दिनों उनके एक मित्र के पिताजी की महामारी के चलते मृत्यु हो गई।

दो युवाओं ने उठाया महामारी की जंग हारने वाले लोगों के अंतिम यात्रा का बीड़ा, इस तरह से कर रहे है लोगों की मदद

मृत्यु के बाद शव को श्मशान घाट तक ले जाने के लिए एंबुलेंस ने 20 हजार रुपए की मांग की वही पीपीई किट का अलग से चार्ज लिया।‌ उन्होंने बताया कि गरीब लोगों के लिए यह एक भारी रकम है इसलिए उन्होंने इस शव वाहन की शुरुआत की है।


गौतम खन्ना ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से दो नंबर सार्वजनिक किए गए हैं जिस पर फोन से संपर्क करके शव वाहन की मदद ली जा सकती है। यह नंबर 8851299226, 8800596997 है। उन्होंने बताया कि महामारी के प्रोटोकॉल के तहत लोगों का अंतिम संस्कार किया जाता है।

दिन में दो से तीन फोन कॉल मदद मांगने के लिए आते हैं। पीपीई किट पहनकर तथा नियमों की पालना करके लोगों का अंतिम संस्कार किया जाता है वहीं यदि किसी शव को घर से लाते हैं तो स्वजन को भी पीपीई किट मुहैया कराई जाती है।

दो युवाओं ने उठाया महामारी की जंग हारने वाले लोगों के अंतिम यात्रा का बीड़ा, इस तरह से कर रहे है लोगों की मदद

पार्थिव शरीर को शव वाहन में रखने के बाद पूरे घर को सैनिटाइज किया जाता है वही प्रोटोकॉल का विशेष ध्यान रखा जाता है।