वैक्सीन की कमी के चलते पहले आओ और पहले पाओ के स्लोगन से लगाई जा रही है दूसरी डोज़

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जिले में महामारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है लेकिन अगर हम बाद में वैक्सीन की करें। तो उसकी कमी भी देखी जा रही है। सरकार के द्वारा 1 मई से 18 साल से ऊपर वाले हर व्यक्ति को वैक्सीन लगाने की जो प्रक्रिया है उसको शुरू कर दिया गया है।

लेकिन वैक्सीन की शॉर्टेज को देखते हुए यह प्रक्रिया अभी जिले के कुछ ही सैंटरो पर शुरू की गई है। उसके लिए भी सबसे पहले 18 साल से ऊपर वाले व्यक्ति को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना होगा और उसके बाद स्लॉट बुक करना होगा।

वैक्सीन की कमी के चलते पहले आओ और पहले पाओ के स्लोगन से लगाई जा रही है दूसरी डोज़

अगर स्लॉट में स्पेस नहीं है तो उसको अगले दिन का इंतजार करना होगा। वही अगर हम 45 साल से ऊपर और बुजुर्गों की बात करें तो उनको दूसरी डोज़ लगाने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

क्योंकि जिले में कमी देखी जा रहे है। बीके अस्पताल में बने वैक्सीन के सेंट्रल स्टोर की अगर बात करें तो वहां पर अभी 20 हजार के करीब वैक्सीन की खेप आई थी। जो कि जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों और आरडब्लूए में वितरित की जा चुकी है। जिन भी सेक्टर की आरडब्लूए के द्वारा वैक्सीन कैम्प लगाया जा रहा।

वैक्सीन की कमी के चलते पहले आओ और पहले पाओ के स्लोगन से लगाई जा रही है दूसरी डोज़

उनके द्वारा जो नोटिस जारी किया जाता है। उसमें उनकी दूसरी डोज़ का कैंप लगाया जा रहा है। उस नोटिस में यह भी लिखा जा रहा है कि पहले आओ और पहले पाओ। यानी जो व्यक्ति पहले आकर अपना रजिस्ट्रेशन व टोकन नंबर ले लेगा। उसको आसानी से दूसरी डोज़ लग जाएगी।

लेकिन अगर कोई व्यक्ति बिना रजिस्ट्रेशन फॉर्म बिना टोकन के लिया लगवाने के लिए आता है। उसको वापिस जाना पड़ेगा। क्योंकि आरडब्ल्यूए के द्वारा पहले ही टोकन दे दिया गए है और उसके बाद 20 – 20 व्यक्ति करके बिठाए जाते हैं व अन्य लोगों को कहा जाता है कि करीब आधे घंटे बाद का दोबारा से अपने घर से हैं।

वैक्सीन की कमी के चलते पहले आओ और पहले पाओ के स्लोगन से लगाई जा रही है दूसरी डोज़

ताकि महामारी के नियमों की पालना की जा सके। जिले में वैक्सीन की कमी को देखते हुए यह तरीका अपनाया गया है कि पहले जो व्यक्ति आ जाएगा उसको आसानी से वैक्सीन के डोज़ लग जाएगी। लेकिन जो व्यक्ति देर से आएगा उसको बिना वैक्सीन के वापस अपने घर जाना पड़ेगा। इसीलिए हर नोटिस में लिखा जा रहा है कि पहले आओ पहले पाओ।