अगर आपको भी पार्क में घूमने का शौक है और उस पार्क में सेल्फी खींचने का शौक है तो जिले का एक ऐस ऐसा पार्क है। जिसमें आप घूम भी सकते हैं और साथ में अगर आपको सेल्फी खिंचवाने का शौक है तो वहां पर काफी सारी सेल्फी प्वाइंट बनाए गए हैं।
यह पार्क ना तो कोई टाउन पार्क है ना ही रोज गार्डन यह एक छोटे से एक ब्लॉक का स्थानीय ब्लॉक पार्क है। जो कि स्थानीय लोगों के द्वारा या यू कहे कि युवाओं की टोली के द्वारा बनाया गया है।
जी हां हम बात कर रहे हैं 2 ई ब्लॉक एनआईटी के इस पार्क की। जिसकी हालत पहले बहुत ज्यादा खराब थी। लेकिन स्थानीय निवासियों या फिर युवाओं की टोलियां के द्वारा इस पार्क को काफी आकर्षित रूप दे दिया है।
2 ई ब्लॉक में रहने वाले रोहित भाटिया ने बताया कि उनके घर के सामने यह पारा काफी समय से बना हुआ है। लेकिन इसकी हालत बहुत ज्यादा खराब थी। एक दिन उन्होंने अपने दोस्तों और स्थानीय बच्चों से इस बारे में बात की तो सभी ने मिलकर इस पार्क को डिवेलप करने में उनका काफी सहयोग दिया।
उन्होंने बताया कि पेड़ों पर जो यह बोतल लगाई हुई है। यह चिड़िया के लिए पानी पीने का साधन है। इसमें चिड़ियों के लिए पानी रखा जाता है। वही अगर हम दूर से देखे तो यह एक सेल्फी प्वाइंट का काम करता है। इसके अलावा अगर हम बैठने के लिए बेंच की बात करें तो बच्चों के द्वारा जो वाहनों के वेस्ट टायर होते हैं।
उस को पेंट करके उसको चेयर और टेबल का रूप दिया गया है और उसको अब बैठने के लिए लोग इस्तेमाल करते हैं। इस पार्क में ही लोग ज्यादा संख्या में सैर करने के लिए आते हैं। क्योंकि यह पार्क रंग बिरंगे रंगों से सजा हुआ है। पेड़ों की बात करें तो वहां पर विभिन्न रंगों की बोतल को लगाया गया है। जिससे पेड़ काफी आकर्षित हो जाते हैं।
वहीं कुछ पेड़ों पर टायर लगाया गया है। जिसमें पानी और बाजरा है या अन्य कुछ खाने के दाने रखे जाते है। जिससे पक्षियों को काफी सहूलियत होती है। इसके अलावा उन्होंने कुत्तों के लिए भी पार्क में जगह-जगह पानी के कुंड बनाए हुए हैं। जिसमें कुत्ते आसानी से पानी पी सकते हैं।
उन्होंने बताया कि पार्क की दीवार सेल्फी लेने के लिए कुछ सुंदर चित्र कलाएं बनाई हुई है। वह फ्लेक्स बोर्ड है जिसकी प्रिंट आउट निकाल कर उनको दीवारों पर लगाया गया। जिसमें लिखा गया है इफ यू वांट टू सेल्फी तो यहां पर आप ले सकते हैं और वहां पर लोग से ज्यादा संख्या में आकर सेल्फी लेते हैं और इस पार्क की यादों को अपने साथ ले जाते हैं।
उन्होंने बताया कि इस पार्क को मेंटेन करने के लिए उनके एरिया के पार्षद का उनका काफी सहयोग है। इसलिए उनका भी धन्यवाद करते हैं। उन्होंने इस पार्क को दिसंबर में डेवलप करना शुरू किया गया था और उसके बाद से यह लगातार इस को डेवलप कर रहे हैं। इसमें जो भी बेंच व अन्य विभिन्न रंगों के वेस्ट मटेरियल से सामान रखा गया है। वह सब युवाओं की टोली के द्वारा ही बनाया गया है और उससे लोग काफी आकर्षित है।