महामारी के संकटकालीन दौर में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी दूरदर्शी सोच के अनुरूप रविवार को हिसार में 500 बेड के ऐसे डेडिकेटिड कोविड केयर अस्पताल का लोकार्पण किया, जिसकी ऑक्सीजन की आपूर्ति सीधे इंडस्ट्री से जुड़ी है। चौधरी देवीलाल संजीवनी अस्पताल के आरम्भ होने से न केवल हिसार बल्कि आसपास के कई अन्य जिलों के कोविड रोगियों को उपचार की सुविधा मिलेगी।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रदेश में ऐसे कोविड अस्पताल स्थापित करने की संभावनाओं पर कार्य करने के निर्देश दिए थे, जिन्हें सीधे इण्डस्ट्री से ऑक्सीजन की सप्लाई मिले। इसी कड़ी में सम्भवत: यह अपनी तरह का पहला अस्पताल है। गत 26 अप्रैल को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हिसार का दौरा करते हुए जिंदल स्टेनलेस लिमिटिड के साथ लगते ओपी जिंदल मार्डन स्कूल के परिसर को अस्पताल के रूप में चिन्हित किया था, जिसके बाद तमाम प्रक्रियाओं को पूरा करते हुए अस्पताल को 17 दिनों के रिकॉर्ड समय में स्थापित किया गया है।
महामारी के इस दौर में बेड व ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर यह अस्पताल अपने नाम के अनुरूप सही मायने में कोरोना संक्रमितों के लिए संजीवनी का कार्य करेगा। अस्पताल को जिन्दल स्टेनलेस लिमिटेड से लगभग हर रोज 8 मिट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई मिलेगी जो 7.1 लीटर प्रति मिनट प्रति बेड उपलब्ध होगी। इस अस्पताल में इलाज के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाना प्रस्तावित है।
मुख्यमंत्री ने चौधरी देवीलाल संजीवनी अस्पताल का लोकार्पण करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार महामारी की रोकथाम के लिए व्यापक स्तर पर आवश्यक प्रबंध करते हुए लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सरकारी व निजी अस्पतालों में 12375 ऑक्सीजन बेड उपलब्ध थे, इन्हें बढाकर 13500 किया गया है। इसके अलावा कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन सप्लाई का कोटा बढाकर 282 मिट्रिक टन किया गया है। प्रदेश में अब ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं रहेगी। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि कोविड-19 अचानक आई ऐसी महामारी है, जिसका किसी को पूर्व अनुमान नहीं था। समाज के सभी वर्गों को सकारात्मक वातावरण के साथ एकजुट होकर फ्रंट लाइन वर्कर के साथ सहयोग कर इस महामारी से लडऩा है। उन्होंने कहा कि गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले मरीजों को 35 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि दिए जाने का निर्णय लिया गया है। इसी प्रकार से कोविड उपचार के लिए अधिसूचित अस्पतालों को अपने यहां भर्ती प्रदेश के मरीज के लिए एक हजार रुपये प्रतिदिन व अधिकतम 7 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके अतिरिक्त सरकार ने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत बीपीएल परिवारों के लिए प्रीमियम राशि का वहन करते हुए उन्हें 2 लाख रुपये का बीमा लाभ प्रदान किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी सरकार पर तरह-तरह के लांछन लगा रहे हैं, जो महामारी के इस वक्त में सही नहीं है। सरकार ने जो किया है, उसकी जानकारी विपक्ष को जनता तक पहुंचानी चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्ष को इस महामारी से लडऩे के लिए सरकार को सुझाव देने चाहिए। यह समय आरोप-प्रत्यारोप का नहीं है। मुख्यमंत्री ने आंदोलनकारी किसानों से भी अपील की है कि महामारी से लडऩे में सहयोग करें।
सरकार के साथ लड़ाई चलती रहेगी परंतु अब समय से लडऩे का है, इसलिए धरना समाप्त कर देना चाहिए ताकि इस महामारी को आगे फैलने से रोका जा सके। यह मानवता का सबसे बड़ा संकट है, इसलिए हम सबको मिलकर लडऩा है। यह महामारी किसी एक व्यक्ति, एक शहर या एक वर्ग से संबंधित नहीं है। यह पूरी दुनिया की लड़ाई है।
उन्होंने कहा कि सरकार व्यवस्था करने में सभी साधन लगा रही है। हिसार का आज का 500 बेड का अस्पताल भी इसी कड़ी का हिस्सा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस महामारी की टैस्टिंग व घर-घर सर्वे के लिए कल अर्थात 15 मई से 1000 टीमें कार्य में लगी हैं। कुल 8000 टीमें इस कार्य में लगेंगी। उन्होंने कहा कि प्राईवेट अस्पतालों व एंबुलेंसों के रेट सरकार द्वारा निर्धारित किए गए हैं। जो भी निर्धारित रेटों से ज्यादा वसूल करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिसार का चौधरी देवीलाल संजीवनी अस्पताल अपनी तरह का प्रदेश में पहला अस्पताल होगा, जिसमें कोविड मरीजों के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। अस्पताल में ए,बी, सी व डी चार ब्लॉक बनाए गए हैं। ए ब्लॉक में 230 बैड, बी ब्लॉक में 120 बैड, ओपीडी हैंगर में 16 बैड, स्कूल भवन तथा जूनियर विंग भवन में 72-72 बैडों की उपलब्धता रहेगी।
इसके अलावा पुलिस, अग्निश्मन, सीसीटीवी, हैल्पडेस्क, बिजली व एसी की समस्या के समाधान के लिए सहायता केंद्र बनाए गए हैं।
यह नागरिक अस्पताल हिसार के किए जा रहे विस्तार का एक हिस्सा होगा, जिसमें स्वास्थ्य विभाग को सहयोग के लिए अतिरिक्त स्टॉफ, स्थानीय प्रशासनिक सहयोग व संसाधन उपलब्ध रहेंगे। कैंटीन व खाने-पीने की सुविधा भी रहेगी। फार्मेसी व लैबोरेट्री की सुविधा भी रहेगी। अस्पताल की स्थापना व संचालन के लिए 28 करोड़ 88 लाख 70 हजार रुपये का प्रावधान किया गया है।
डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा ने मेडिकल हब हिसार को 500 बिस्तरों का कोविड डेडिकेटिड अस्पताल देने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हिसार में केवल हिसार जिले के ही नहीं बल्कि अन्य जिलों व पड़ोसी राज्यों से भी लोग इलाज के लिए आते हैं।
राज्यमंत्री अनूप धानक ने भी हिसार में अस्पताल की स्थापना के लिए प्रदेश सरकार का धन्यवाद किया और कहा कि यह अस्पताल महामारी के विरूद्घ लड़ाई में गेम चेंजर साबित होगा और जनता की परेशानियों का हल होगा। उन्होंने उकलाना हलका के लिए 15 बेड के कोविड सेंटर की मंजूरी के लिए भी मुख्यमंत्री का आभार जताया।
इस अवसर पर डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, राज्यमंत्री अनूप धानक, राज्यसभा सांसद डा. डी.पी.वत्स, विधायक डा. कमल गुप्ता, विनोद भ्याणा, मेयर गौतम सरदाना, भाजपा जिलाध्यक्ष कैप्टन भूपेन्द्र, आईजी राकेश आर्य, उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी, डीआईजी बलवान सिंह राणा, जेएसएल के यूनिट हेड विजय बिंदलेस, लिगल हेड ओपी अग्रवाल, अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव, ईआइसी निहाल सिंह, स्वास्थ्य विभाग से डॉ डीएन बागड़ी, एचसीएस अश्वीर नैन, पूर्व चेयरमैन सतबीर वर्मा, धर्मबीर रतेरिया, प्रवीण पोपली, देवेंद्र शर्मा, हेंमत शर्मा, सरोज सिहाग, सीएमओ डॉ रत्ना भारती सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।