महामारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इसी को लेकर प्रशासन के द्वारा शहर में के साथ-साथ अब गांव में भी आइसोलेशन वार्ड बनाए जा रहे हैं। प्रशासन के द्वारा जिले के 50 गांव में आइसोलेशन वार्ड बनाया जाएगा इसमें से फरीदाबाद और तिगांव में 15 – 15 गांव चुने गए हैं।
वहीं अगर हम बात बल्लभगढ़ खण्ड की करें तो वहां पर 20 गांव का चयन किया गया है। जहां पर आइसोलेशन वार्ड बनाया जाएगा। लेकिन इन गांव में से एक ऐसा गांव भी है जहां पर आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है या नहीं इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
क्योंकि उस आइसोलेशन वार्ड के बाहर ताला लगा हुआ है। इसकी जानकारी किसी को भी नहीं है। जी हां हम बात कर रहे हैं गांव डीग की। गांव डीग में स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय में भी आइसोलेशन वार्ड बनाने की प्रक्रिया थी।
लेकिन जब पहचान फरीदाबाद की टीम आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण करने गई तो वहां पर स्कूल के बाहर एक बहुत बड़ा ताला लगा हुआ था। जिसके बारे में वहां मौजूद आसपास लोगों से पूछा गया तो कहा कि स्कूल पर तो ताला लगा हुआ है।
यहां पर आइसोलेशन वार्ड बना है कि नहीं इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि स्कूल के अंदर चौथी श्रेणी का कर्मचारी तैनात रहता है। जो कि स्कूल की देख रेख करता है। लेकिन वह कहां पर है इस बारे में भी उनको नहीं पता है।
प्रशासन के द्वारा गांव डीग के सरकारी स्कूल में आइसोलेशन वार्ड बनाना था। लेकिन स्कूल पर ताला लगा होने की वजह से यह पता ही नहीं चल रहा कि यहां पर कोई आइसोलेशन वार्ड बना दिया है कि नहीं। अगर बना है तो इस पर ताला क्यों लगाया गया है और अगर नहीं बना है तो यह वार्ड कब तक लोगों की सुविधा के लिए शुरू कर दिया जाएगा।
क्योंकि गांव डीग में भी काफी संख्या में पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। जिनको इस वार्ड की जरूरत पड़ सकती है। लेकिन उसके बावजूद भी सरकार का इस ओर किसी प्रकार का कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।