इस स्कूल के बच्चों को दिया जाता है पौष्टिक आहार,क्योंकि परिसर में ही बना हुआ है किचन गार्डन

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जैसे कि आप सभी जानते हैं कि बाजारों में जो सब्जी व फल मिलते हैं। उसमें यूरिन खाद व इंजेक्शन का इस्तेमाल करके उगाया जाता है। जिससे लोगों को कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है।

जिसमें से एक बीमारी होती है फूड प्वाइजनिंग। लेकिन जिले के स्कूल के बच्चों को उच्च शिक्षा के साथ-साथ पौष्टिक आहार भी जाता है। क्योंकि स्कूल के बच्चों को पौष्टिक आहार देने के लिए जरा स्कूल के परिणाम में ही किचन गार्डन बनाया हुआ है।

इस स्कूल के बच्चों को दिया जाता है पौष्टिक आहार,क्योंकि परिसर में ही बना हुआ है किचन गार्डन

वह भी स्कूल प्रबंधक के द्वारा ही देख रेख की जाती है। हम बात कर रहे हैं बल्लभगढ़ ऊंचा गांव स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति प्राइमरी स्कूल। जिसमें करीब 500 बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं। लेकिन महामारी के चलते अभी लॉकडाउन लगा हुआ है और स्कूलों की छुट्टी की हुई है।

इस स्कूल के बच्चों को दिया जाता है पौष्टिक आहार,क्योंकि परिसर में ही बना हुआ है किचन गार्डन

इस दौरान स्कूल प्रबंधक के द्वारा स्कूल के अंदर ही किचन गार्डन बनाया हुआ है। जिसमें हरी सब्जियों से लेकर पौष्टिक फल फ्रूट लगाए हुए हैं। स्कूल के हेड मास्टर सत्य प्रकाश ने बताया कि स्कूल में करीब 2 साल से किचन गार्डन बनाई हुई है।

जिसमें हरी सब्जियों से लेकर फल व औषधि लगी हुई है। उन्होंने बताया कि स्कूल में सभी प्रकार की हरी सब्जियां लगी हुई है। क्योंकि बाजारों में जो सब्जी मिलती है उसमें खाद व इंजेक्शन का है या फिर यू कहे दवाइयों का इस्तेमाल करके उगाई जाती है।

इस स्कूल के बच्चों को दिया जाता है पौष्टिक आहार,क्योंकि परिसर में ही बना हुआ है किचन गार्डन

जो कि बच्चों की सेहत के लिए काफी खतरनाक होती हैं। बच्चों की ही नहीं हमारी सेहत के लिए भी काफी खतरनाक होती है। लेकिन उसके बावजूद भी हम उसका सेवन करते हैं।

अगर हम बच्चों की हेल्थ के बारे में नहीं सोचेंगे तो कौन सोचेगा। इसीलिए उनके द्वारा स्कूल परिसर के अंदर ही काफी संख्या में हरी सब्जियां लगाई हुई है। जिसमें तोरई, खीरा, ककड़ी, हरी मिर्च, सेव की फली, मक्का, अनार, आमला व अमरूद आदि लगे हुए।

इस स्कूल के बच्चों को दिया जाता है पौष्टिक आहार,क्योंकि परिसर में ही बना हुआ है किचन गार्डन

उन्होंने बताया कि सब्जी व फलों के अलावा उनके स्कूल में कई प्रकार के औषधि वाले पेड़ पौधे भी लगे हुए हैं। जैसे की महामारी का दौर चल रहा है और महामारी से संक्रमित लोगों को सबसे ज्यादा जो फायदा दे रही है। वह नीम गिलोय का रस दे रहा है। इसीलिए उनके स्कूल में कई नीम गिलोय के पेड़ लगे हुए हैं। स्कूल के आसपास रहने वाले लोग नीम गिलोय लेकर जाते हैं।