फरीदाबाद : कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने सेक्टर-16 में बंद पड़े सनफ्लैग अस्पताल के भवन को निजी हाथों में सौंपने की कार्यवाही का विरोध किया है। नीरज शर्मा के अनुसार सनफ्लैग अस्पताल की जमीन सरकार ने भारद्वाज ट्रस्ट से विवाद के चलते वापस ले ली थी। ऐसे में यह अस्पताल भवन काफी समय से बंद पड़ा था।
अब सरकार इसे कोविड अस्पताल बनाने के लिए निजी हाथों में देने की प्रक्रिया पूरी करने में जुटा है। जबकि यह गलत है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान निजी अस्पतालों का जो स्वरूप जनता के सामने आया है, वह बहुत ही दुखदायी रहा है।
इसलिए सरकार को तत्काल प्रभाव से सनफ्लैग अस्पताल में सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करने की बाबत कार्यवाही करनी चाहिए। नीरज के अनुसार शासन-प्रशासन फरीदाबाद के जिस भी निजी अस्पताल प्रबंधक को सनफ्लैग अस्पताल का भवन लीज पर देगा, उससे जनता को निराशा होगी। क्योंकि निजी अस्पताल कोरोना काल में जनता की कसौटी पर खरे नहीं उतर पाए।
सरकार ने पहले ही फरीदाबाद की सभी ईएसआइसी डिस्पेंसरी बंद करके वहां का 38 डाक्टरों सहित 136 का मेडिकल स्टाफ हिसार और पानीपत के कोविड सेंटर में भेज दिया है। यह भी गलत है। इससे बेहतर तो यह होता कि ईएसआइसी के स्टाफ को सनफ्लैग अस्पताल चलाने के लिए दिया जाता तो वहां श्रमिकों के साथ अन्य शहर व गांववासियों का भी इलाज होता।
निजी अस्पतालों के क्रम में तो ग्रेटर फरीदाबाद में अमृतानंदमयी मठ का अस्पताल भी बन रहा है। ऐसे में निजी अस्पतालों के अलावा सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार होना चाहिए। नीरज शर्मा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखकर इस बाबत विस्तार से अपना सुझाव दिया है।