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संक्रमण से संघर्ष कर रहे मरीजों को अभिप्रेरित करने के लिए परिजन दें उनका साथ : सोहनपाल छोकर

फरीदाबाद : वैश्विक स्तर पर पैर पसार चूक यह महामारी इस समय ना जाने कितने अपनों को अपनी अबोहवा का शिकार बना कर ना सिर्फ उन्हें बीमार किया है, बल्कि उनमें से कुछ का तो जीवन ही समाप्त कर दिया है।

ऐसे में जरूरी है कि इस कठिन समय में अपनों का हौसला बढाए रखें और उन्हें सकारात्मक विचार सोचने के लिए अभी प्रेरित करते रहें। ऐसा ही कुछ कहना है फरीदाबाद के पूर्व प्रत्याशी एमएलए सोहनपाल छोकर का।

संक्रमण से संघर्ष कर रहे मरीजों को अभिप्रेरित करने के लिए परिजन दें उनका साथ : सोहनपाल छोकर

दरअसल, निवर्तमान में भाजपा कार्यकर्ता के बतौर रूप में कार्य कर रहे सोहनपाल बताते हैं कि वह गांव छपरोला में रहने वाले अपने प्रिय मित्र श्यामवीर पहलवान के छोटे भाई जो लंबे समय से संक्रमण से पीड़ित चल रहे थे

उनके स्वस्थ होने के उपरांत उनसे मुलाकात करने उनके निवास पहुंचे जहां जाकर उन्होंने उनका हालचाल जाना। जहां पहुंचने पता चला कि सकारात्मक विचार रखकर है उनके प्रिय मित्र के छोटे भाई ने इस संक्रमण को मात देने में कामयाबी हासिल की है।

सोहन पाल ने बताया कि संक्रमण से संघर्ष करना भले ही बेहद मुश्किल क्यों ना हो, लेकिन जब अपनों का साथ हो तो बड़ी से बड़ी बीमारी को सकारात्मक सोच के साथ हराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हालांकि बीमारी काफी भयंकर है लेकिन इस बात को भी झुठलाया नहीं जा सकता कि इससे ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में भी लगातार इजाफा कर रही है।

और समाज को संदेश दे रही है कि अपने आप को सुरक्षित रखने के साथ-साथ इस बीमारी को हराने के लिए सकारात्मक सोच को अंदर पैदा करना होगा, तभी कहीं जाकर हम अपनी नकारात्मक सोच के साथ साथ इस संक्रमण को भी हरा पाएंगे।

वहीं अपने अजीज मित्र अज़ीज़ गाँव नंगला जोगियाँ के चौ. सरबजीत सिंह कीना द्वारा भी संक्रमण को मात देने पर उन्होंने ईश्वर का आभार व्यक्त किया।

उन्होंने आमजन को भी यह संदेश दिया की संक्रमण से बचने के लिए सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई गाइडलाइन का पालन करके इस संक्रमण से खुद को दूर रखें और यद्यपि कोई ऐसा व्यक्ति है जो संक्रमण की गिरफ्त में आ भी जाता है। तो अपनी सोच को इतना सकारात्मक रखिए।

आप इतना जान लें कि यह बीमारी आपकी सोच से ज्यादा बड़ी नहीं हो सकती। इसलिए आपका विचार इस बीमारी को मात दे सकता है, और ऐसे में परिचितों को चाहिए कि वह संक्रमण से ग्रस्त व्यक्तियों को अभीप्रेरित करें उनके मन में सकारात्मक विचारों लाएं ताकि इस बीमारी को वह जल्द से जल्द हराकर एक बार फिर उनके बीच में वापस लौट सके।

Avinash Kumar Singh

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