जैसे जैसे महामारी का दौर कम होता जा रहा है। वैसे वैसे हरियाणा प्रदेश के कई जिलों में ब्लैक फंगल अपने पैर पसारते हुए नजर आ रहा है। लेकिन हरियाणा प्रदेश के यह 3 जिले जिसमें ब्लैक फंगल के मरीज सबसे ज्यादा पाए जा रहे हैं।
जिसका मुख्य यह भी माना जा सकता है कि इन 3 जिलों में महामारी की जो दूसरी लहर थी वह भी सबसे ज्यादा पैर फैला रही थी। इसीलिए इसी वजह से हो सकता है जो महामारी से ठीक होकर मरीज अपने घर को गए हैं। वह अब ब्लैक फंगल की चपेट में आ रहे हैं।
हरियाणा के इन 3 जिलों में सबसे ज्यादा मरीज ब्लैक मंगल के पाए जा रहे हैं। जिनका नाम है गुड़गांव, फरीदाबाद और हिसार हैं। अगर हम आंकड़ों की बात करें तो अभी तक हरियाणा प्रदेश में 268 मरीज ब्लैक फंगल की चपेट में आ चुके हैं।
जिसमें से गुड़गांव में 109, फरीदाबाद में 40 वहीं सिरसा में 24 मरीज ब्लैक मंगल की चपेट में आ चुके हैं। यह हरियाणा के 3 जिले हैं जिसमें अभी तक सबसे ज्यादा मरीज पाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इन जिलों में ब्लैक फंगल के मरीजों को जो इंजेक्शन ठीक करता है।
उन इंजेक्शन की शॉर्टेज होने की वजह से उनको भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि इंजेक्शन जिले में या फिर यूं कहें प्रदेश में काफी कम संख्या में मौजूद है। जिसकी वजह से अस्पताल को हर रोहतक पीजीआई से जाकर डेली बेस के तर्ज पर इंजेक्शन लाने पड़ते हैं।
इसके अलावा जिले का एकमात्र सरकारी बीके अस्पताल में अगर कोई ब्लैक फंगल से संबंधित लक्षण लेकर उपचार के लिए आता है। तो उसको तुरंत मेडिकल कॉलेज में भेजा जाए और उसको बताया जाए कि वह किस डॉक्टर से मिले। क्योंकि ब्लैक फंगल के जो लक्षण है वह कई डॉक्टरों से मेल खाते हैं।
जैसे कि ईएनटी, न्यूरोलॉजी, डेंटल और जनरल सर्जन मरीज के लक्ष्मण के अनुसार ही उसको उक्त डॉक्टर के पास भेजने चाहिए। ताकि उसको सही उपचार मिल सके और वह तुरंत ठीक हो सके।
ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के रजिस्ट्रार डॉ एके पांडे ने बताया कि उनके यहां पर अभी 6 मरीज ब्लैक फंगल की चपेट में आ चुके हैं। 3 मरीजों का टेस्ट किया जा चुका है। लेकिन तीन मरीजों की अभी रिपोर्ट नहीं आई है। इसके बाद भी हम पुष्टि कर पाएंगे कि क्या उनको भी ब्लैक फंगल हुआ है या नहीं।