संक्रमण की बढ़ती रफ्तार में अहम भूमिका अदा करने वाले खाकी वर्दी जिसे हम अंगरक्षक भी कहते हैं यानी कि स्मार्ट सिटी के पुलिस डिपार्टमेंट में अपने जिले में संक्रमण की रफ्तार को कम करते हुए अपनी जान की परवाह भी नहीं की।
यह हम नहीं बल्कि खुद प्रतिदिन सामने आ रहे और घट रहे संक्रमित मरीजों के आंकड़े बयान कर रहे हैं। आलम यह है कि आमजन को सबक सिखाते सिखाते खुद 346 पुलिसकर्मी इस खतरनाक वायरस की चपेट में आ गए।
हालांकि फिर भी इन्होंने समाजसेवा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। संक्रमण को रोकने के लिए और आमजन को जागरूक करने के लिए दिन प्रतिदिन अपनी अथक और मुमकिन प्रयास किए ताकि आमजन को संक्रमण से दूर रखा जा सके। पुलिस विभाग की सख्ती ही इस कार्य को पूर्ण करने में सक्षम साबकी हुई।
जानकारी के मुताबिक 23 मई 2021 तक पुलिस द्वारा फेस मास्क न लगाने के लिए 34,494 लोगों के चालान काटे जा चुके हैं। इतना ही नहीं पुलिस कर्मी द्वारा वायरस को फैलने से रोकने के 87,294 फेस मास्क भी वितरित किए गया। पुलिस विभाग द्वारा 61,896 की कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग भी की गई।
इसका अर्थ है कि संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों की तलाश की गई ताकि यह संक्रमण उन तक न फैल सके और उन तक फैल भी गया है तो आगे इसे फैलने से रोका जा सके। जिसके लिए विभाग को दिन-रात मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन उनकी कामयाबी ने समाज को इस दलदल में धंसने से बचा लिया।
वही संक्रमण को रोकने के लिए बनाए गए नियमों के उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया, जिसमें 368 मुकदमे दर्ज करते हुए 459 लोगों को गिरफ्त में लिया गया।
वही इसमें सबसे अच्छी बात यह रही कि संक्रमण को मात देकर 181 पुलिसकर्मीयों ने एक बार फिर समाज सेवा के लिए अपनी ड्यूटी पर लौटने का निर्णय लिया। उक्त जानकारी फरीदाबाद पुलिस द्वारा अपनी सोशल मीडिया यानी कि टि्वटर हैंडल के द्वारा आमजन से साझा की गई।