आपके सामने प्रस्तुत यह तस्वीर किसी स्विमिंग पूल या तालाब की नहीं है, बल्कि स्मार्ट सिटी का तमगा हासिल कर चुके ओल्ड फरीदाबाद के अंतर्गत वाले सेक्टर 19 वर्धमान मॉल के सामने की है।
जहांं आप देख सकते हैं किस तरह पानी सड़कों पर लबालब भरा हुआ है, स्थानीय आगंतुक नरकीय जीवन जीने को मजबूर हो रहे हैं। मगर आलम यह है कि ना तो इन तस्वीरों से किसी को फर्क पड़ता है और ना ही इससे गंदे पानी में पनपने वाली बीमारियों से।
वैसे तो इन तस्वीरों सीमेंटड सड़कें जलभराव के चलते विकास को तरह कहीं विलुप्त हो गई हैं, और यहां से आवागमन करने वाले राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वाहन चालक भी यहां से गुजरने पर असहज महसूस करते हैं क्योंकि कहीं ना कहीं उनकी गाड़ी की उड़ने वाली छीटें आसपास से गुजरने वाले लोगों को भी मैला कर देती है।
अगर स्थानीय पार्षद की बात करें तो यह क्षेत्र पार्षद सुभाष आहूजा के अधीन आता है। मगर बड़े खेद की बात है कि कई बार आमजन द्वारा पार्षद के द्वार पर अपनी परेशानी को लेकर दस्तक दी गई है, मगर कोई भी हल नहीं निकल सका है।
वहीं स्थानीय निवासी गौरव चौहान बताते हैं कि यह तो आए दिन का हाल रहता है, लेकिन बारिश में हालात बद से बदतर हो जाते हैं। कई बार प्रशासन को उक्त मामले बारे में अवगत कराया जा चुका है, लेकिन बदले में उन्हें सिर्फ मीठी गोली दी जाती हैं। उनकी समस्या का निस्तारण नहीं किया जाता। आलम यह है कि प्रशासन की लापरवाही आमजन पर भारी पड़ती दिखाई देती है।
वही लोगों का कहना है कि यहां हल्की सी बारिश होते ही यह तालाब का नजारा देखने को मिलता है। मगर यहां पानी निकासी की कोई भी सुविधा मुहैया नहीं करवाई जाती है। आलम यह है कि बारिश होने के 10 दिन तक पानी इस तरह ही खड़ा रहता है,
और इससे पानी से पनपने वाली बीमारियां भी उत्पन्न होने लगती है जिससे आमजन को ही परेशान होना पड़ता है। मगर उनकी सुनने वाला कोई नहीं है और ऐसे में अब यह समस्या लोगों ने राम भरोसे छोड़ दी हैं।