एक तरफ जहां पूरा देश यहां तक की पूरा विश्व संक्रमण नामक भयंकर बीमारी की गिरफ्त में आ चुका है। वही हर व्यक्ति इस संक्रमण के नाम से ही अधिक ऑफ होने लगा है मगर बड़ी खुशी की बात है
कि हरियाणा के नारनौल का रूप सराय आजकल जिले के दूसरे गांव के लिए नजीर बना हुआ प्रतीत हो रहा है। इसका कारण यह है कि 400 घरों वाले गांव में आज तक या यूं कहें अभी तक कोई भी व्यक्ति संक्रमण से ग्रस्त नहीं मिला है।
यहां के ग्रामीण वासियों ने जागरूकता दिखाते हुए प्रशासन द्वारा दिए गए सभी दिशा निर्देश का पालन बखूबी किया है और यही कारण है कि इस गांव में संक्रमण अपना डेरा डाल पाने में असमर्थ साबित हुआ है।
वहीं प्रशासन अधिकारियों द्वारा भी ग्रामीणवासियों की खूब सराहना की गई और उन्होंने बताया कि उक्त गांव के लोगों द्वारा सही समय पर उठाए हैं सही कदम आज इस गांव में संक्रमण के आने पर दीवार बनकर खड़ा हुआ है।
यहां संक्रमण फैलने का सबसे बड़ा कारण यह था कि न तो किसी बाहरी आदमी को यहां आने दिया जाता है और न ही बिना काम के किसी ग्रामीण को बाहर जाने देते हैं। गांव के अंदर की गई व्यवस्थाओं को देख हर कोई तारीफ कर रहा है। गांव के युवाओं ने एक कमेटी बना रखी है।
ये कमेटी प्रतिदिन युवाओं की ड्यूटी लगाती है जो गांव के बाहर आने जाने वालों से पूछताछ करती है। बाहरी व्यक्ति को गांव में प्रवेश नहीं करने देते। गांव का कोई सदस्य बाहर गया है तो उसको सैनिटाइज के बाद ही गांव में आने दिया जाता है। वहीं गांव में बने ग्राम देवता भईंयां बाबा के मंदिर के प्रति भी ग्रामीणों में पूरी श्रद्धा है।
वहीं ग्रामीण वासियों ने बताया कि संक्रमण के चलते कड़े निर्णय लेने पड़े हैं। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति चाहे वह गांव का ही क्यों न हो, उसकी पहले पड़ताल की जाती है। पहले पूछा जाता है कि जो व्यक्ति गांव में प्रवेश कर रहा है, वह कहां से आ रहा है? किनसे मिलकर आ रहा है। यह सब जांच के बाद उसके हाथों को सैनिटाइज करवाया जाता है और फिर उसे गांव के अंदर प्रवेश मिलता है।
ग्रामीण युवा इस बात को प्रत्येक बड़े बुजुर्ग को बताते हैं कि अगर इम्यूनिटी सही होगी तो बीमारी पास नहीं फटकेगी। इसलिए खेत में काम करने के बाद सभी लोग हर रोज प्रोटीन युक्त आहार का प्रयोग करें। इसके अलावा नींबू, अदरक, गिलोय, तुलसी, तुलसी, काली मिर्च, पालक, खीरा, संतरा, लहसुन व खाने में फलों का प्रयोग करें।