इस महिला संस्था ने उठाई, मजदूरों के परिवार के पालन पौषण करने की जिम्म्मेवारी

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यह महामारी पिछले 1साल से बहुत ज्यादा लोगों की जान ले चुकी है। कई परिवारों के लिए घातक भी साबित हो चुका है। अभी भी इस महामारी का अंत नहीं हुआ है। इस समय भी महामारी बहुत ज्यादा फैली हुई है। लोग अपने घरों में बंद है।

उनके काम धंधे भी बंद है, पर इससे ज्यादा परेशानी तो उन लोगों को है, जो लोग रोज कमाते हैं तो भी उन्हें रोज खाने को मिलता है। इस महामारी में जहां बड़े लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है। वही उतनी परेशानी का सामना रोज के मजदूरो को भी करना पड़ रहा है।

इस महिला संस्था ने उठाई, मजदूरों के परिवार के पालन पौषण करने की जिम्म्मेवारी

इस समय उनका एक समय का खाना भी खाना बहुत मुश्किल हो गया है। सबसे ज्यादा गरीब बंदा ही इस महामारी की चपेट में आया है। काम धंधे बंद हो गए हैं,उनकी रोज मजदूरी की जगह बंद हो गई है

जिससे ना तो उन्हें पैसा मिल रहा है और ना ही वह अपने परिवार का पालन पोषण कर पा रहे है। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए जिले में ऐसे भी कुछ लोग हैं जो गरीबों के लिए सोचते हैं उनके लिए कुछ करते हैं।

इस महिला संस्था ने उठाई, मजदूरों के परिवार के पालन पौषण करने की जिम्म्मेवारी

हम बात कर रहे हैं स्त्री शक्ति पहल समिति इस समिति द्वारा गरीब लोगों को फेस मास्क, राशन की किट, सैनिटाइजर और अन्य चीजें दी जा रही हैं। स्त्री शक्ति पहल समिति संस्था जमनालाल बजाज फाउंडेशन की मदद से विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले मजदूर को यह सारा सामान अध्यक्षा पूनम सिनसिनी के द्वारा बांटा जा रहा है।

लगभग पिछले लॉकडाउन से अब तक उन्होंने हजारों परिवार को राशन पहुंचाने का कार्य कर चुकी हैं। यह जरूरतमंदों को घर तक राशन पहुंचा रहे हैं। इसी को देखते-देखते शुक्रवार को यह संस्था ने आईएमटी राष्ट्रीय लेरिया इंडस्ट्रियल एरिया में मजदूरों को सामान पहुंचाने का कार्य किया।

इस महिला संस्था ने उठाई, मजदूरों के परिवार के पालन पौषण करने की जिम्म्मेवारी

इस समय कोई भी गरीब लोग के बारे में नहीं सोच रहा जो रोज कमाकर रोज खाता है। यह संस्था द्वारा इतना बड़ा कार्य करना बहुत बड़ी बात है।

इससे लाखों लोगों को गरीब लोगों की मदद होगी। इसके मुख्य रूप जयपाल धनकर हरीश,बिरजू ठेकेदार, कीर्ति, योगिता शर्मा आदि भी मौजूद है। ऐसी संस्थाओं को जो गरीबों की सहायता करते हैं उन्हें हम सलाम करते हैं।