हरियाणा सरकार ने फरीदाबाद के दिव्यांग को बनाया अपना बेटा, महामारी के कारण हुआ था अनाथ

0
266

फरीदाबाद के 16 वर्षीय मानसिक व शारीरिक रूप से दिव्यांग विशाल को हरियाणा सरकार ने गोद लिया है। विशाल को गोद लेने वाले माता-पिता की बीते दिनों कोविड के कारण मौत हो गई थी। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल आज चंडीगढ़ से दिल्ली जाते समय अचानक गुरुग्राम पहुंचे और दीप आश्रम जाकर उन्होंने विशाल को देखा और कहा कि उसके पालन पोषण और देखभाल का खर्च हरियाणा सरकार वहन करेगी।

मुख्यमंत्री इस आश्रम में विशेष शिक्षा प्राप्त कर रहे अन्य दिव्यांग विद्यार्थियों से भी मिले।
विशाल को देखने तथा दीप आश्रम में रह रहे अन्य दिव्यांग विद्यार्थियों से मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के कारण अनाथ हुए बच्चों के लिए कल ही हरियाणा सरकार ने ‘मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी पीएम केयर्स फंड के माध्यम से ऐसे बच्चों का पालन पोषण आदि 23 साल तक की उम्र तक करने के लिए योजना बनाई है।

हरियाणा सरकार ने फरीदाबाद के दिव्यांग को बनाया अपना बेटा, महामारी के कारण हुआ था अनाथ


मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी का सेवा दिवस भी है, इस नाते से आज उन्हें अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से विशाल के बारे में पता चला कि वह बचपन से अनाथ था, जिस माता-पिता ने उसे गोद लिया था, वे भी दुर्भाग्यवश नहीं बच पाए। कोविड-19 के कारण पहले पिता का देहांत हुआ और उसके बाद माता भी चली गई।


मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे बच्चों की सहायता के लिए हरियाणा सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि यह बालक विशाल मानसिक रूप से दिव्यांग और दृष्टिहीन भी है, वह बोल भी नहीं सकता। उन्होंने दीप आश्रम संस्था की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी संस्थाओं और आश्रम की भी हरियाणा सरकार सहायता करेगी ताकि ऐसे बच्चों के पालन पोषण में कोई कठिनाई ना आए।

हरियाणा सरकार ने फरीदाबाद के दिव्यांग को बनाया अपना बेटा, महामारी के कारण हुआ था अनाथ


फरीदाबाद के जयपाल और जगवंती के कोई औलाद नहीं थी, उन्होंने बचपन में ही विशाल को गोद लिया था। जयपाल की गत 14 मई को कोविड-19 के कारण मृत्यु हो गई और उसके बाद मानसिक रूप से तनावग्रस्त उसकी पत्नी जगवंती भी 21 मई को चली गई। विशाल फिर अकेला रह गया, वह बोल भी नहीं सकता।

उसे गुरुग्राम की दीपाश्रम नामक संस्था बाल कल्याण परिषद से ऑनलाइन मंजूरी लेकर फरीदाबाद से अपने यहां ले आई थी। उसकी हालत का पता लगते ही मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल रविवार को उसे देखने पहुंचे और सरकार की ओर से उसे गोद लेने का निर्णय लिया। इस मौके पर दीप आश्रम के इंचार्ज फादर शाजी, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अमित आर्य, पुलिस आयुक्त केके राव भी उपस्थित थे।