महामारी की दूसरी लहर के चलते लोगों के दिमाग में इसका डर बैठ गया है। जिससे उनके जीवन मे नकारात्मकता आ गई है। उसी नकारात्मकता को कम करने व उनके स्वास्थ्य पर किसी प्रकार का गलत प्रभाव ना पड़े इस को लेकर गांव में यज्ञ यात्रा प्रारंभ की गई।
आर्य समाज सुनपेड़ के प्रधान हरवीर आर्य ने बताया कि लोगों के दिमाग में से इस महामारी के डर को निकालने के लिए यज्ञ यात्रा प्रारंभ की। ताकि लोगो के मन में से नकारात्मकता कम हो तथा उनके स्वास्थ्य पर इसका गलत प्रभाव ना पड़े।
आर्य वीर दल फरीदाबाद के मंत्री धर्मेंद्र जिज्ञासु ने बताया कि आयुर्वेद में दी गई जानकारी के आधार पर वातावरण में से विषाणु कीटाणु को कम करने के लिए इस यज्ञ सामग्री में गिलोय, गूगल , इन्द्र जौ, काले तिल,लाल चंदन, पीली सरसों , जायफल, जावित्री,लौंग आदि विशेष जड़ी बूटियों का प्रयोग किया गया।
यह जागृति यात्रा सुबह 5.30 से नई वाटिका से प्रारंभ होकर सुनपेड की विभिन्न गलियों से होते हुए देवनगर व वीर कालोनी से होती हुई सागरपुर गांव पहुंची। करीब यज्ञ यात्रा 8.30 बजे शान्ति पाठ तथा आर्य वीर दल फरीदाबाद के मंडलपत्ति योगाचार्य देवराज आर्य द्वारा लोगों से महामारी को गंभीरता से लेने की अपील के साथ समाप्त हुई।
यात्रा के दौरान गांव वासियों से अपील की गई कि सभी बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहनें और 2 गज की दूरी अवश्य बनाकर रखें । सभी से वैक्सीन लगवाने के लिए तथा महामारी की जांच के लिए सरकार द्वारा गांव में लगाए जाने वाले कैंप में बिना किसी झिझक के हिस्सा लेने की अपील की गई।
यज्ञ यात्रा में समाज सेविका व प्राकृतिक चिकित्सा प्रेक्टिसनर नेहा आर्य ने भी हिस्सा लिया तथा विशेष तौर पर महिलाओं को इस महामारी से बचाव हेतु जागरूक किया। इस कार्यक्रम में लोकेश वैश आर्य , उपमंत्री आर्य वीर दल, पंचायत सदस्य थान सिंह, आर्यवीर पुष्पेंद्र, नितिन, पंकज, दीपक तथा रत्न ने भरपूर सहयोग दिया।
आर्य वीर दल फरीदाबाद के मंडलपत्ति योगाचार्य देवराज आर्य ने कहा कि इस यात्रा से लोगों के जीवन में नकारात्मकता समाप्त होगी तथा मन में सकारात्मक ऊर्जा आएगी। जिससे लोग अपने जीवन के साथ साथ अपने परिवार की भी रक्षा करने में समर्थ हो सकेंगे।