अगर हमें बच्चे से कोई काम निकलवाना पड़ता है, तो हम बच्चे को 10-20 रूपये देकर काम करवा लेते है। लेकिन कई बार कोई व्यक्ति कोई गलत काम कर रहा होता है, तो उसको छुपाने के लिए वह व्यक्ति बच्चे को पैसे देकर बोलता है कि इसके बारे में किसी को कुछ ना बताए।
ऐसा ही एक मामला फरीदाबाद में भी देखने को मिला है। जिसमें चोर ने चोरी करने के बाद चोरी के पैसों में से ही 500 रूपये बच्चे को मुंह बंद करने के लिए दिए। संजय कालोनी सैक्टर 23 पुलिस चैकी से मिली जानकारी के अनुसार संजय काॅलोनी निवासी इरफान ने बताया कि वह चाय की दुकान चलाकर अपने परिवार को गुजर बसर करते है।
उन्होंने बताया कुछ दिन पहले उन्होनेे गांव वाले मकान को बेचा था। जिससे उनको करीब ढाई लाख रूपये मिले। इसके अलावा उनके पास कुछ रूपये पहले से रखे हुए थे। मेरे घर में करीब 4 लाख संदूक में रखे हुए थे। हर रोज की तरह 29 मई को भी वह अपनी चाय की दुकान पर काम के लिए गया हुआ था।
उस समय घर पर उनका बेटा मौजूद था। उनका बेटा गली में रहने वाले 13 साल के बच्चे के साथ दूसरी मंजिल पर उनके किराए के मकान पर खेल रहे थे। तभी पड़ोस में रहने वाले गोविंद के बेटा अरविंद उनके घर पर आया।
अरविंद ने पहले उनके बेटे को 10 रूपये देकर कहा कि वह दुकान से चीज लेकर आ जाओ। अरविंद ने उनके बच्चे से यह भी कहा कि उसके पैर में चोट लग रही है। इसलिए वह उसके साथ नहीं जा सकता है। जिसके बाद इरफान का बेटा चीज लेने के लिए दुकान पर चला गया।
लाॅकडाउन होने की वजह से पड़ोस की दुकान बंद थी। इसलिए वह दुसरी दुकान पर चला गया। तभी घर पर 13 साल का बच्चा खेल रहा था। तो उसने देखा कि अरविदं उनके घर के अंदर रखी संदूक का ताला तोड़ कर उसमें रखे 4 लाख रूपये चोरी करके ले गया।
जब अरविंद पैसे चोरी कर रहा था तब 13 साल के बच्चे ने देख लिया। उसके बाद अरविंद ने उसको चुप रहने के लिए 500 रूपये दिए और कहा कि इसके बारे में किसी को नहीं बताना है। जिसके बाद वह पैसे चोरी करके फरार हो गया। अगले दिन इरफान को मकान का किराया देना था।
तो उसने संदूक से पैसे निकालने के लिए गया। तो उसने देखा कि संदूक का ताला टूटा हुआ है और उसमें रखे 4 लाख रूपये चोरी करके ले गया। इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इरफान ने बताया पुलिस के द्वारा आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है व कुछ पैसे भी बरामद कर लिए गए है।