ब्लैक फंगस का प्रकोप दिन प्रतिदिन प्रदेश में बढ़ता ही जा रहा है। महामारी से जहां पहले 71 दिन में 86 मरीजों की जान जाती थी वहीं अब ब्लैक फंगस से करीब 1 महीने में 82 जान जा चुकी है। जगाधरी में 20 मई से भर्ती एक मरीज को स्वास्थ्य विभाग 11 दिन में सिर्फ सात इंजेक्शन दे पाया।
दूसरी तरफ, जगाधरी में ही भर्ती भाजपा की पहली महिला प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री कमला वर्मा के लिए मंगलवार को भाजपा नेताओं ने एक दिन में 11 इंजेक्शन जुटा दिए।
भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सपरा के अनुसार वर्मा को 3 दिन तक इंजेक्शन नहीं मिलने की जानकारी मिलने पर प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ ने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से बात की। विज ने अधिकारियों को तुरंत इंजेक्शन मुहैया कराने को कहा था। स्टेट की ओर से 5 इंजेक्शन दिए गए।
6 इंजेक्शन दिल्ली के नेताओं ने भेजे। आगे जरूरत के अनुसार इंजेक्शन मुहैया करवाएंगे। सूत्रों के अनुसार पूर्व मंत्री को इंजेक्शन न मिलने से भाजपा नेता स्वास्थ्य अधिकारियों से खफा हैं।
किस तारीख को कितने इंजेक्शन जारी हुए
18 मई -28
19 मई -60
20 मई -96
22 मई -225
26 मई -298
28 मई -975
30 मई -500
31 मई -1158
हर दिन अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों से मरीजों के लिए जो डिमांड आती है, वह टेक्निकल कमेटी के पास जाती है। कमेटी तय करती है कि किस मरीज को इंजेक्शन देने हैं और किसे नहीं। सूत्रों के अनुसार कमेटी मान रही है कि इंजेक्शन अभी कम हैं। सभी को समान रूप से इंजेक्शन दिया जा रहा है लेकिन जितनी जरूरत है, उतने इंजेक्शन मरीजों को नहीं मिल रहे हैं।
फंगस की चपेट में आए पेशेंट को एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन लगता है। एक प्राइवेट अस्पताल में यूपी निवासी व्यक्ति भर्ती है। उसे कोरोना के बाद फंगस हुआ। पीजीआई में आंख निकालनी पड़ी। आगे का इलाज जगाधरी में सेक्टर-17 स्थित अस्पताल में चल रहा है। यहां वे 20 मई से एडमिट हैं।
डॉक्टर ने रोज तीन इंजेक्शन लगने की बात कही। 11 दिन में उन्हें मात्र सात इंजेक्शन ही स्वास्थ्य विभाग उपलब्ध करा पाया। परिवार के लोग अपने स्तर पर दूसरे शहरों से इंजेक्शन जुटा रहे हैं। यमुनानगर में अब तक ब्लैक फंगस के 9 केस आ चुके हैं।