सीवर की समस्या को लेकर जिले भर में प्रसिद्ध पर्वतीय को जल्द ही एक नई खुशखबरी मिलने वाली है। सीवर जाम की समस्या से लोगों को एक महीने में निजात मिलेगी। इलाके में बिछाई गई सीवर लाइनों को मुख्य लाइन से जोड़ा जाएगा। इसके लिए करीब 40 लाख रुपये नगर निगम आयुक्त डॉ. गरिमा मित्तल ने जारी करने का भरोसा फरीदाबाद एनआईटी विधानसभा क्षेत्र के पार्षदों को दिया है।
साथ ही सेक्टर-22 शमशानघाट के पास क्षतिग्रस्त पेयजल की पाइपलाइन को भी दुरुस्त किया जाएगा। इसके लिए करीब दस लाख रुपये खर्च होंगे। इससे बड़ी आबादी के लिए पेयजल आपूर्ति सुचारू हो सकेगी।
नगर निगम आयुक्त डॉ. गरिमा मित्तल ने बुधवार फरीदाबाद एनआईटी विधानसभा क्षेत्र के पार्षदों की समस्याओं को सुना और उनके समाधान के लिए कार्ययोजना बनाकर जल्द काम करने के दिशा-निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। फरीदाबाद एनआईटी क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या पेयजल और सीवर की है, जिसे सभी पार्षदों ने एक साथ मिलकर आयुक्त के सामने रखा।
आयुक्त ने भरोसा दिया कि अगले आठ-नौ महीने में पेयजल की बर्बादी पर पूरी तरह से रोक लग जाएगी। पूरे शहर में पेयजल लाइनों पर स्कॉडा सिस्टम लागू हो जाएगा। फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड इस कार्य को करेगी। इससे पानी की बर्बादी रुकेगी तो पानी आपूर्ति भी सुचारू हो जाएगी। इसके लिए सभी मुख्य लाइनों को जीपीएस से जोड़ा जाएगा।
पुरानी मोटरों को बदल कर नई मोटर लगाने का काम जल्द शुरू कर दिया जाएगा। पार्षदों ने आरोप लगाया कि कुछ वार्डों में पानी खूब मिल रहा है। जबकि फरीदाबाद एनआईटी के वार्डों में लोग पानी की एक-एक बूंद के लिए परेशान रहते हैं।
इसलिए पानी का बंटवारा उचित किया जाए। बैठक महापौर सुमन बाला, वरिष्ठ उपमहापौर देवेंद्र चौधरी, उपमहापौर मनमोहन गर्ग, पार्षद जयवीर खटाना, महेंद्र सिंह, सपना डागर व ललिता यादव आदि शामिल रहे।