चपरासी की बेटी ने किया कमाल कड़ी मेहनत से ऐसे बनी IPS ऑफिसर, पहले दुकान पर करती थी काम

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    आपका हौसला बुलंद होना चाहिए मुकाम तो मिल ही जाता है। इंसान को कभी हार नहीं माननी चाहिए। इसी बात को चरितार्थ करती है इनकी कहानी। हमारे देश में ऐसे कई लोग हैं जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और अपने लक्ष्य तक पहुंचते हैं। ये लोग अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए बहुत कोशिश करते हैं और सभी बुरी स्थितियो सामना करते है।

    आपको एकाग्रता के साथ लक्ष्य तक पहुंचना होता है। यह मायने नहीं रखता कि आप कहां से आते हैं। आज हम आपको ऐसे ही एक बहादुर बेटी के बारे में बात करने जा रहे है, जिन्होंने आईपीएस बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की है, ऐसी आर्थिक स्थिति का भी सामना किया है और कठिनाइयों का सामना करने के बाद भी अपने सपने को पूरा किया है।

    चपरासी की बेटी ने किया कमाल कड़ी मेहनत से ऐसे बनी IPS ऑफिसर, पहले दुकान पर करती थी काम

    उनकी सफलता की कहानी आज हर किसी की ज़ुबा पर है। देश की इस बहादुर बेटी का नाम विशाखा भदानी है, जो 2018 IPS बैच से आती हैं। वह नासिक की रहने वाली है। उनके पिता अशोक कक्षा-4 में एक साहूकार के रूप में एक स्कूल में कार्यरत थे, उनके चार बच्चे थे जिनमें बी पुत्रियाँ तथा एक पुत्र विशाखा सबसे छोटी पुत्री थी।

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    आपको सच्ची लगन और निष्ठा के साथ लक्ष्य तक पहुंचना होता है। विशाखा के पिता का सपना था कि उनके बच्चे अच्छी तरह पढ़-लिख कर आगे बढ़ें। लेकिन उसकी आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी कि वह घर के खर्चे के साथ-साथ बच्चों को अच्छी तरह से पढ़ा सके। जिस वजह से उन्होंने स्कूल के ठीक बाहर एक छोटी सी दुकान खोली थी, जिससे बच्चो की पढ़ाई में मदद मिल सके।

    चपरासी की बेटी ने किया कमाल कड़ी मेहनत से ऐसे बनी IPS ऑफिसर, पहले दुकान पर करती थी काम

    इस बेटी ने कभी हार नहीं मानी। सभी चुनौतियों का सामना किया। 19 साल की उम्र में इनकी मां का देहांत हो गया था, उन्हें घर की देखभाल करने के लिए छोड़कर घर का काम करने वाला कोई नहीं था, इसलिए उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ घर का काम भी करना पड़ता था।