3 बॉर्डर के बीच फंसी शहर की ये सड़क, दुकानों और घरों में घुसे कीड़े

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फरीदाबाद : एनआईटी फरीदाबाद क्षेत्र की 60 फीट रोड की बदहाल स्थिति पिछले कई सालों से टस से मस नहीं हुई है। बरसात के समय ये रोड एक नाले के रूप में उभर के सामने आता है । इस सड़क को लेकर पिछले कई दिनों से विवाद सामने आ रहे हैं,क्षेत्र के लोगों द्वारा आरटीआई भी दर्ज की जाती है लेकिन सालों तक संबंधित अधिकारियों की ओर से कोई जवाब नहीं मिलता । ऐसे में इस क्षेत्र की जनता से जमीनी स्तर पर रूबरू होने के लिए हमारे रिपोर्टर ने जायजा लिया और एक बड़ा खुलासा सामने आया ।

आज जमीनी स्तर पर जाके हमारे रिपोर्टर ने आम जनता से रूबरू होकर समस्या जानने को कोशिश की जिसके बाद बहुत सी बड़ी बातों का खुलासा हुआ ,आइए आपको बताते हैं

3 बॉर्डर के बीच फंसी शहर की ये सड़क, दुकानों और घरों में घुसे कीड़े

60 फीट रोड का बड़ा खुलासा

क्षेत्र के लोगों ने बताया की शाम होते – होते ये सड़क सीवर के पानी से जल मग्न हो जाती है । सीवर का पानी और पानी में तैरते कीड़े लोगों के घरों तक पहुंच जाते हैं । जिसकी वजह से लोगों को काफी ज्यादा परेशानियों को सामना करना पड़ता है, सिर्फ बदबू ही नहीं बल्कि इस सीवर के पानी की वजह से लोगों को अनेकों बीमारियों का डर सताता है ।

3 बॉर्डर के बीच फंसी शहर की ये सड़क, दुकानों और घरों में घुसे कीड़े

लेकिन वार्ड के बॉर्डर के बीच फसी ये सड़क एक ऐसा बॉर्डर बन चुका है जिसका कोई माई बाप नहीं ।इसकी टोपी उसके सर मौजूदा पार्षद का यही चल रहा है ।

जनता ने क्या कहा ?

गुरमीत सिंह जिनका रोजाना 60 फीट रोड से आना जाना लगा रहता है,उन्होंने बताया की उन्होंने इस सड़क को लेकर 5 आरटीआई की लेकिन सिर्फ एक आरटीआई के 1 ही प्वाइंट का जवाब मिला बाकी अभी तक पेंडिंग है । इसके अलावा उन्होंने बताया की निगम के सफाई कर्मचारी सुबह आकर सिर्फ एक फोटो क्लिक करके चले जाते है थोड़ी सी सफाई करते ही और शाम होते होते इस सड़क तक ही नही बल्कि लोगों की दुकानों तक ये गंदा पानी पहुंच जाता है ।

3 बॉर्डर के बीच फंसी शहर की ये सड़क, दुकानों और घरों में घुसे कीड़े
गुरमीत सिंह

इसके अलावा लोगों ने बताया, की वार्ड नंबर 5, 6 और 7 के बॉर्डर होने की वजह से इस सड़क के सुंदरीकरण की जिम्मेदारी कोई नही लेता और पार्षदों से शिकायत करने पर कोई पुख्ता जवाब नहीं देता,और अधिकारी अपने हाथ खड़े कर लेते है ।आए दिन लोग प्रदर्शन भी करते है लेकिन फिर भी आम जनता की कोई सुनवाई नहीं होती । अब देखना ये है की आखिर कब तक इन समस्याओं का समाधान होगा । इस सड़क की जिम्मेदारी आखिर कौन लेगा ?