अब स्मार्ट सिटी में पेयजल आपूर्ति को 22 करोड़ में स्विजरलैंड की एजेंसी करेंगी दुरुस्त

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फरीदाबाद : स्मार्ट सिटी में गर्मी का सीजन शुरू हुआ नहीं कि नगर निगम पर सैकड़ों लोग जमा होकर मटके फोड़ पेयजल की आपूर्ति करने के लिए आए दिन विरोध प्रदर्शन करते हुए देखे जा सकते थे। शहर में पेयजल की आपूर्ति को दुरुस्त करने के लिए कार्य चरम सीमा पर पहुंच चुका है और ऐसे में इस कार्य का सर्वे भी वाटर स्काडा सिस्टम सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्युजिसन द्वारा कर लिया गया हैं।

वहीं इस सर्वे के दौरान यह बात सामने आई कि रैनवेल और बुस्टरो पर 70 खराब मोटर एक साथ बदली जाएंगी। वहीं नई मोटर लगाने का कार्य स्विजरलैंड की एजेंसी को 22 करोड़ रुपए में सौंपा गया है। वहीं मोटर लगाने के बाद 5 साल तक इनका रखरखाव भी एजेंसी द्वारा ही किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक सबसे पहले की लाइन नंबर एक पर बदलने का काम शुरू होने वाला है।

अब स्मार्ट सिटी में पेयजल आपूर्ति को 22 करोड़ में स्विजरलैंड की एजेंसी करेंगी दुरुस्त

वहीं इस लाइन के माध्यम से बल्लभगढ़ और एनआईटी में पेयजल आपूर्ति की जाती है। दरअसल, जल समस्या को लेकर शहरवासी परेशान हैं। इतना ही नहीं कई बार तो वार्ड 1 से लेकर 10 तक के पार्षद भी नगर निगम की बैठक में पेयजल की समस्या के मुद्दों को उठा चुके हैं।

गौरतलब, यमुना नदी किनारे नगर निगम के 16 रैनीवेल है, जिनमें पांच लाइनों के माध्यम से 80 बूस्टर को भरा जाता है। वहीं इस सभी को स्काडा सिस्टम से जोड़ा जाएगा। जिसके बाद इससे यह पता चल पाएगा कि कितना पानी कहां सप्लाई किया जा रहा है। इसका एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जिसे नगर निगम अधिकारियों को एक जगह बैठे पानी आपूर्ति की सही जानकारी मिलती रहेगी।

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वैसे तो सिस्टम को सबसे पहले पानी की पाइप लाइन पर लगा कर चेक किया जाएगा। इससे पता चलेगा। कि एक रेनीवेल से कितना पानी किस क्षेत्र में गया है। इसके अलावा यह भी पता चल सकेगा कि पानी कितनी मात्रा में पाइप में भेजा जा रहा है। इसके जरिए कहीं लीकेज हो तो उसका भी पता चल सकेगा। किस क्षेत्र में पानी की कितनी जरूरत है इसकी जानकारी अधिकारियों को घर बैठे बैठे उनसे फोन पर आती रहेगी।

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वही स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. गरिमा मित्तल ने बताया कि इस पूरे सिस्टम को कमांड एवं कंट्रोल सेंटर से जोड़कर स्विजरलैंड की एजेंसी सुनिश्चित करेगी कि जितना पानी रेनीवेल से आ रहा है। वह शहर वासियों को प्राप्त मात्रा में मिल सके। उन्होंने बताया कि काफी समय से शहरवासियों में पेयजल को लेकर आए दिन रोष व्याप्त देखा जा सकता था। उन्होंने आगे कहा कि पर अब उम्मीद है कि इस सिस्टम के बाद आमजन को पेयजल की परेशानी से निजात मिल जायेगी।