यदि आप किसी क्षेत्र में सफलता चाहते हैं तो इसे अपना लक्ष्य ना बनाइये, सिर्फ वो करिए जो करना आपको अच्छा लगता है जब हम ऐसा करते हैं तो सबकुछ हासिल हो जाता है। किशोर इसी को चरितार्थ करते हैं। कई बार लोग अपने पैशन को फॉलो करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हो जाते हैं। लेकिन हम बेहद ही कम बार देखते हैं कि कोई व्यक्ति विलासिता का जीवन छोड़कर अपनी जड़ों की ओर लौटता है।
ऐसा शायद ही कभी होता है जब कोई विलासिता की जिंदगी को छोड़ अपने जुनून को पूरा करने के लिए सादा जिंदगी गुजारने का फैसला करे। कुछ ऐसा ही एक आईआईटी के पूर्व छात्र के साथ हुआ, जब वह अमेरिका में बड़ी कंपनी में काम करने के बावजूद सब छोड़कर वापस अपने देश लौट आया।
आपका हौसला बुलंद होना चाहिए मुकाम तो मिल ही जाता है। एक पूर्व इंजीनियर किशोर इंदुकुरी ने आईआईटी खड़गपुर से अपना ग्रैजुएशन पूरा किया और फिर मास्टर डिग्री व पीएचडी करने के लिए अमेरिका निकल गया। वहां पर पढ़ाई पूरी करने के बाद उसे अमेरिका की बड़ी टेक कंपनी में हाई क्लास पेमेंट वाली नौकरी मिली। इसके बावजूद उसे संतुष्ट नहीं था, वह अपने साधारण जीवन में लौटने के लिए तरस रहा था।
किशोर ने सिर्फ भारत लौटने और 20 गाय खरीदने के लिए अमेरिका में अच्छी तन्खवाह और आकर्षक नौकरी को छोड़ दिया। आज, उनका डेयरी फार्म बढ़कर 44 करोड़ रुपए की कंपनी बन गई है। मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी से अपनी मास्टर्स और पीएचडी पूरी करने के बाद किशोर इंदुकुरी ने इंटेल में छह साल तक नौकरी की। इसके बावजूद नाखुश होने पर किशोर ने अपनी अमेरिकी नौकरी छोड़ दी और अपने गृहनगर कर्नाटक में भारत लौट आए।
जीवन में हमेशा एक टर्निंग प्वाइंट होता है जहां किसी की जिंदगी बदल देती है। आपको सच्ची लगन और निष्ठा के साथ लक्ष्य तक पहुंचना होता है। हार आपको नहीं माननी चाहिए।