फर्श से अर्श तक का सफर : गरीबी का लोगों ने मज़ाक उड़ाया, मैकेनिक का काम किया, आज बुर्ज ख़लीफ़ा में इनके 22 अपार्टमेंट है

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    आपकी गरीबी का जो मज़ाक उड़ाता है उसे उड़ाने दीजिये। आप कड़ी मेहनत करो और गरीबी को हमेशा के लिए दूर करो। हमें यह पता है कि कभी भी किसी की गरीबी और मजबूरी का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए। एक गरीब भी अपनी मेहनत और लगन से अपनी गरीबी को अमीरी में बदलने की ताकत रखता है। हमने अपने योग्यता के बल पर ‘शुन्य से शिखर’ तक पहुंचने वाले लोगों की ढ़ेर सारी कहानियां सुनी हैं।

    जिस व्यक्ति के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं उनका लोगों ने खूब मज़ाक उड़ाया था। इन्होनें अपनी काबिलियत के दम पर फर्श से अर्श तक का सफर तय किया।

    फर्श से अर्श तक का सफर : गरीबी का लोगों ने मज़ाक उड़ाया, मैकेनिक का काम किया, आज बुर्ज ख़लीफ़ा में इनके 22 अपार्टमेंट है

    किसी भी इंसान को सफलता के लिए कड़ी मेहनत के साथ सबकुछ हासिल करने की राह पर निकलना पड़ता है। जार्ज भी सफलता के लिए निकले और सफल हुए। बुर्ज खलीफा जो की दुबई में स्थित है और दुनिया की सबसे उंची इमारत है, के 22 अपार्टमेंट के मालिक जार्ज वी नेरियापरामबिल ने खूब संघर्ष किया। बुर्ज खलीफा की ऊंचाई 2,717 फीट है। जार्ज वी ने खुद के अपमान का बदला लोगों को अपमानित कर के नहीं बल्कि अपनी सफलता से लिया।

    फर्श से अर्श तक का सफर : गरीबी का लोगों ने मज़ाक उड़ाया, मैकेनिक का काम किया, आज बुर्ज ख़लीफ़ा में इनके 22 अपार्टमेंट है

    जो उनका मज़ाक उड़ाते थे आज वो इनसे मिलने के लिए लाइन में लगते हैं। जार्ज वी नेरियापरामबिल केरल के रहने वाले हैं। वे एक किसान परिवार से संबंध रखते हैं। जार्ज वी ने लगभग 11 वर्ष की आयु में ही अपने पिता के व्यवसाय में हाथ बटाने लगे थे। उनके गांव में अधिकतर लोग कपास का व्यवसाय करते थे। व्यापारियों द्वारा फेंके गये कपास के बीजों को साफ कर के गम बनाने के कारोबार से जार्ज वी ने अपनी जिन्दगी के सफर की शुरुआत की।

    फर्श से अर्श तक का सफर : गरीबी का लोगों ने मज़ाक उड़ाया, मैकेनिक का काम किया, आज बुर्ज ख़लीफ़ा में इनके 22 अपार्टमेंट है

    जार्ज ने कड़ी मेहनत से फर्श से अर्श का सफर तय किया है। सिर्फ युवाओं के लिए ही नहीं बल्कि सभी वर्गों के लिए जार्ज आज प्रेरणा बन गए हैं। उनकी सफलता की कहानी हर किसी की ज़ुबान पर है।