कृषि कानून को लेकर सरकार और किसानों के बीच में खींचातानी अभी भी बदस्तूर जारी है रोज नित नई कहानियांऔर किस्से इस आंदोलन में सुनाई देते हैं इस समय यह आंदोलन फतेहाबाद के टोहाना में गिरफ्तार किए गए किसानों की रिहाई पर चर्चा का विषय बना हुआ है, हालांकि अभी भी गिरफ्तार किए गए किसानों की रिहाई को सहमति नहीं मिल पाई है।
इस वजह से रात भर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ,गुरनाम चढुनी, योगेंद्र यादव,जोगेंद्र नैन सहित कई बड़े किसान नेता धरने पर बैठे रहे और गिरफ्तारी की मांग करते रहे
आज दूसरे दिन भी किसानों की रणनीति के बारे में जानकारी यह है कि हरियाणा के सभी गांव में यह विषय को तहलका मचाए हुए हैं इसी कारण हरियाणा के सभी गांव से किसानों को तो होना पहुंचने की अपील की गई है यह माना जा रहा है
कि बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर टोहाना पहुँच रहे हैं स्थानीय स्तर पर कुछ ट्रैक्टर ट्रॉली रात को ही टोहाना पहुंच गई थी वहां पर टेंट लगाकर धरना जारी करने की किसान तैयारी कर रहे हैं प्रशासन से कोई नया प्रस्ताव या संदेश नही आया है
अभी तक टोहाना के सदर थाने में किसानों ने पक्का मोर्चा लगाने की भी तैयारी चालू कर दी है उसके लिए तंबू गाढ़ना भी उन्होंने शुरू कर दिया है प्रशासन की ओर से नए सिरे से कोई प्रस्ताव नहीं मिलने और कोई बातचीत नहीं होने पर किसानों की तैयारी शुरू की थी ऐसा नेता बार-बार कह रहे हैं कि या तो सरकार हमको भी अंदर कर दे या जिन को गिरफ्तार किया है उनको रिहा कर दे।
ट्विटर पर भी किसान नेता राकेश टिकैत ने टोहाना में चल रहे टकराव के बारे में जनता से अपील करते हुए कहा है कि टोहाना में किसानों का संघर्ष जारी है अभी तक किसानों की रिहाई नहीं हुई है आप इस आंदोलन पर नजर बनाए रखें जो भी फैसला हो उसे अपने जनपद उसका पालन करें आपको बता दें कि कृषि कानून को लेकर पिछले 6 महीने से शांति से किसान बॉर्डर पर धरना देकर बैठे हुए है
उसके अलावा पंजाब हरियाणा और यूपी और दिल्ली से सटे हुए किसान लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं किसान नेता राकेश टिकैत ने ट्विटर पर कानूनी लड़ाई की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि तीनो क़ानून भारत सरकार को वापस लेना होगा वरना हम यही पर बैठे रहेंगे।