राजनीतिक गलियारा एक ऐसा प्लेटफार्म है, जहां हर छोटे-छोटे मुद्दे को लेकर एक दूसरे पर पार्टी के पक्ष और विपक्ष द्वारा आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी रहता है। चाहे मुद्दा छोटा हो या बड़ा, लेकिन खासकर बीजेपी और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता हो या फिर मंत्री एक दूसरे को असलियत से वाकिफ कराने में कभी नहीं चूंकते।
जहां पहले संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे थे। वहीं अब वैक्सीन को पंजाब में तय कीमत से ज्यादा दामों पर अस्पताल में बेचने पर हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस पर हल्ला बोला है।
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस के इस कारनामे को राहुल गांधी मॉडल करार देते हुए कहा कि अब इस मसले पर राहुल गांधी कुछ बोलने की जगह चुप्पी क्यों साधे हुए है। कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए अनिल विज ने कहा कि कांग्रेस शासित प्रदेशों में वैक्सीन गड्ढों में मिल रही है, इस पर राहुल गांधी कुछ नहीं बोलेंगे। उन्होंने कहा कि अभी तक राहुल गांधी द्वारा इन सभी मामलों पर अपनी कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की गई है।
विज को कांग्रेस की चुप्पी साधे रहना इस कदर प्रभावित हो रहा था कि उन्होंने निरंतर ट्वीट कर सरकार पर निशाना साध रहे राहुल गांधी के उस ट्वीट पर भी प्रतिक्रिया दी जिसमें राहुल गांधी ने डॉक्टरों को संक्रमण के साथ साथ बीजेपी से भी बचने की बात कही थी। विज ने कहा कि बीजेपी देश में कोरोना के खिलाफ डटकर लड़ रही है , लेकिन इन्हें इस बात की तकलीफ है।
अब चाहे हकीकत कुछ भी हो मगर देश के जो मौजूदा हालात बने हुए हैं, ऐसे में देश को आर्थिक मंदी से निकालने की जगह यहां तो नेता एक दूसरे का मखौल उड़ाने में लगे हुए हैं। उस देश के हालात क्या होंगे, जहां इतनी भयंकर बीमारी के कदम रखने के बाद भी नेताओं में आपसी बहस का सिलसिला खत्म होने की जगह ट्वीट पर ट्वीट कर राजनीति करने का प्रयास किया जाता हो।