Home24 लाख की नौकरी छोड़ने के बाद शुरू की जैविक खेती, आज...

24 लाख की नौकरी छोड़ने के बाद शुरू की जैविक खेती, आज खेतीबाड़ी से कमा रहे हैं करोड़ों

Published on

देशभर में अब यह सोच समाप्त होने लगी है कि खेती – बाड़ी बस नुकसान का सौदा है। यह एक पॉजिटिव बात है। वर्तमान में अनेकों युवा खेती की तरफ अपना रुझान दिखा रहे हैं। आज अनेकों लोग खेती कर अपने सपनों को पूरा कर रहे हैं। हालांकि खेती करना इतना आसान नहीं है लेकिन फिर भी आज अनेकों लोग इसी क्षेत्र में अपनी किस्मत को आजमा रहे हैं। ऐसे ही बिलासपुर के सचिन काले ने भी खेतीबाड़ी में अपनी किस्मत को आजमाया और इसमें सफलता मिली।

जब मन कुछ और करना चाहता है तो उसी की तरफ आपका दिमाग भी दौड़ता है। आज सचिन अनेकों लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन चुके हैं। खेतीबाड़ी में सचिन नए मुकामों को हासिल कर चुके हैं।

24 लाख की नौकरी छोड़ने के बाद शुरू की जैविक खेती, आज खेतीबाड़ी से कमा रहे हैं करोड़ों

पिछले दशकों किसानों अपनी फसल बहुत कम कीमत में बेचनी पड़ती थी। जिससे उन्हें अपने रोजमर्रा के जीवन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब स्थिति में काफी बदलाव आया है। सचिन बिलासपुर के रहने वाले हैं और अब वह खेतीबाड़ी का काम करते हैं। आज खेतीबाड़ी के काम से सचिन काले ने सफलता की ऊंचाइयों को हासिल कर लिया है। लेकिन इसके पीछे सचिन की भी कड़ी मेहनत है चूंकि खेती करना लोहे के चने चबाने जैसा है।

24 लाख की नौकरी छोड़ने के बाद शुरू की जैविक खेती, आज खेतीबाड़ी से कमा रहे हैं करोड़ों

आज खेती कारोबार का रूप ले चुकी है। छोटे किसान भी अपनी कम जोत से अच्छी कमाई कर रहे हैं। अपनी कड़ी मेहनत से सचिन ने अपना और अपने परिवार का नाम रोशन कर दिया है। आज सचिन अनेकों युवाओं को भी प्रेरित कर रहे हैं। सचिन पढ़ाई पूरी करने के बाद नागपुर चले आए। सचिन कॉर्पोरेट सेक्टर में 24 लाख रूपये सालाना वेतन पर काम करने लगे।

24 लाख की नौकरी छोड़ने के बाद शुरू की जैविक खेती, आज खेतीबाड़ी से कमा रहे हैं करोड़ों

अब वह खेती कर रहे हैं और करोड़ों कमा रहे हैं। आपका हौसला सबसे बड़ी तलवार है आपकी। आप अगर कुछ ठान लें तो सबकुछ हासिल कर सकते हैं। खेती में मोटा मुनाफा किसान कमाने लगे हैं।

Latest articles

पंजाबी समाज को मिले राजनीति में उसका वाजिब हक़ : भारत अशोक अरोड़ा

पंजाबी समाज के राजनीति में योगदान और उचित महत्व ना दिये जाने से नाराज़...

“नशा मुक्त भारत पखवाडा” के अन्तर्गत फरीदाबाद पुलिस कर रही सराहनीय कार्य, नशा तस्करों की धरपकड़ के साथ-साथ चलाए जा रहे जागरूकता अभियान

पुलिस महानिदेशक हरियाणा के आदेश, पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के मार्गदर्शन में फरीदाबाद...

नशा मुक्त भारत पखवाडा के अन्तर्गत अपराध शाखा बॉर्डर की टीम ने 532 ग्राम गांजा सहित आरोपी को किया गिरफ्तार

पुलिस महानिदेशक हरियाणा के निर्देशानुसार पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के मार्गदर्शन में...

नशा मुक्त भारत पखवाडा के अंतर्गत नशे पर प्रहार करते हुए 520 ग्राम गांजा सहित आरोपी को अपराध शाखा DLF की टीम ने किया...

पुलिस महानिदेशक हरियाणा के निर्देशानुसार पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के मार्ग दर्शन में...

More like this

पंजाबी समाज को मिले राजनीति में उसका वाजिब हक़ : भारत अशोक अरोड़ा

पंजाबी समाज के राजनीति में योगदान और उचित महत्व ना दिये जाने से नाराज़...

“नशा मुक्त भारत पखवाडा” के अन्तर्गत फरीदाबाद पुलिस कर रही सराहनीय कार्य, नशा तस्करों की धरपकड़ के साथ-साथ चलाए जा रहे जागरूकता अभियान

पुलिस महानिदेशक हरियाणा के आदेश, पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के मार्गदर्शन में फरीदाबाद...

नशा मुक्त भारत पखवाडा के अन्तर्गत अपराध शाखा बॉर्डर की टीम ने 532 ग्राम गांजा सहित आरोपी को किया गिरफ्तार

पुलिस महानिदेशक हरियाणा के निर्देशानुसार पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के मार्गदर्शन में...