जैसे-जैसे समहामारी की दूसरी लहर कम होती जा रही है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा तीसरी लहर की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। क्योंकि दूसरी लहर के दौरान जहां मरीजों को ऑक्सीजन और बेड की कमी से जूझना पड़ रहा था। वहीं तीसरी लहर में किसी चीज की कमी ना हो इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग अपनी ओर से तैयारी कर रहा है।
ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के रजिस्ट्रार डॉ एके पांडे ने बताया कि दूसरी लहर ने जहां लोगों को या फिर यूं कहें स्वास्थ्य विभाग को बताया कि ऑक्सीजन और बेड की कितनी कमी है और उस से मरीजों व उनके परिजनों कितनी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ।
लेकिन तीसरी लहर आने से पहले ही उनका अस्पताल उसको लेकर तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि तीसरी लहर बताया जा रहा है कि बच्चों पर असर करेगी इसीलिए अगर कोई बच्चा तीसरी लहर की चपेट में आता है तो उसके साथ उसका कोई ना कोई परिजन भी अस्पताल में भर्ती होगा।
जिसके लिए उनके द्वारा तैयारी शुरू कर दी गई है उन्होंने बताया कि उनका अस्पताल में करीब 500 बेड का अस्पताल है। इसीलिए तीसरी लहर आने से पहले महामारी की चपेट में आने वाले मरीजों के लिए उनके बेड पर ही सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे और साथ ही एक एलईडी भी लगाई जाएगी।
एलईडी के साथ माइक भी लगाया जाएगा। जिससे मरीज अपने परिजन से दूर होकर भी सामने ऑडियो वीडियो के जरिए बातचीत कर सकता है। वैसे तो मोबाइल का जमाना है। लेकिन इस सीसीटीवी फुटेज और ऑडियो से मरीज की पूरी हालत परिजन बाहर वेटिंग रूम में बैठकर आसानी से देख सकता है।
इसीलिए उनके द्वारा हर बेड सीसीटीवी कैमरा लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि तीसरी लहर आने से पहले यह कार्य पूरा कर दिया जाएगा, ताकि मरीज और परिजन दोनों में से किसी को भी कोई परेशानी ना हो और वह दोनों बिना मिले भी एक दूसरे का सहारा बने रहे।