सरकारी विभागों की लेटलतीफी, एक बार फिर से ठंडे बस्ते में चली गई फरीदाबाद की यह विशेष योजना

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लगभग 120 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले मंझावली पुल का निर्माण कार्य एक बार फिर रुक गया है। मंझावली गांव के पास बनने वाला यह पुल इसी महीने बनकर तैयार होना था। लेकिन अभी 630 मीटर का यमुना पर बनने वाला हिस्सा भी बनकर तैयार नहीं हुआ है।

इस पुल से नोएडा और फरीदाबाद के लोगों को बहुत उम्मीद हैं क्योंकि इस पुल के बनने से 2 घंटे का सफर कुछ मिनटों में तय होगा।

इस पुल की आधारशिला अगस्त 2014 में रखी गई थी। पुल के निर्माण पर करीब 120 करोड़ रुपये खर्चा आ रहा है। फरीदाबाद और नोएडा को जोड़ने वाले पुल में एक बार फिर अड़ंगा आ गया है।

सरकारी विभागों की लेटलतीफी, एक बार फिर से ठंडे बस्ते में चली गई फरीदाबाद की यह विशेष योजना

जानकारी के मुताबिक लॉकडाउन के चलते पुल बनने में देरी हुई है। लेकिन इसके अलावा सरकारी विभागों की लेटलतीफी के चलते भी दो राज्यों को आपस में जोड़ने में देरी हो रही है।

जानकारी के मुताबिक पुल बनाने वाली कंपनी को भी वक्त से पेमेंट नहीं मिल रही है तो इसकी वजह से भी काम धीमा हो गया है। यमुना के पानी का रुख मोड़ने के दौरान गांव में पानी न घुसे इसके लिए मिट्टी डालकर रुकावट खड़ी करनी थी। लेकिन एनओसी में ही देरी हो गई है।

आपको बता दे कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा को फरीदाबाद से जोड़ने वाली परियोजना के तहत सबसे पहले मंझावली से खेड़ी पुल की तरफ आने वाली सड़क की चौड़ाई को बढ़ाया जाएगा और मंझावली और चीरसी में बाईपास सड़क बनाई जाएगी।

पुल को दोनों तरफ सड़क से जोड़ने के लिए कुल 24 किमी सड़क बनाई जाएगी। इसके तहत 19 किमी की सड़क हरियाणा और 5 किमी की सड़क यूपी के हिस्से में बनाई जाएगी।

सरकारी विभागों की लेटलतीफी, एक बार फिर से ठंडे बस्ते में चली गई फरीदाबाद की यह विशेष योजना

वहीं मंझावली में यमुना नदी के ऊपर बन रहे पुल की कुल लम्बाई 630 मीटर फोनलेन पुल बनाया जाना है। अभी तक जिन रास्तों का इस्तेमाल कर फरीदाबाद से नोएडा आने में 2 घंटे का वक्त लगता है, वहीं इस पुल के तैयार हो जाने से सिर्फ कुछ मिनट में यह दूरी पूरी हो जाएगी।