औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में इस समय बिजली की यह मांग 2 करोड़ से अधिक तक पहुंच गई है। इसके तहत मंगलवार को 182 लाख 42 हजार यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई है, जो इस साल का अब तक रिकार्ड है। हालांकि गत वर्ष यह रिकार्ड 190 लाख यूनिट तक का रहा है। बावजूद इसके बिजली निगम के पास बिजली की कोई कमी नहीं।
बिजली की बढ़ रही इस मांग को लेकर अधीक्षण अभियंता नरेश कक्कड़ ने कार्यकारी अभियंता, एसडीओ, कनिष्ठ अभियंता व लाइन स्टाफ को अलर्ट रहने को कहा है, ताकि लोड बढ़ने से उपभोक्ताओं को किसी तरह की बिजली संबंधित परेशानी न हो। उनका मानना है कि बिजली निगम में इस समय स्टाफ की भारी कमी है, बावजूद इसके उपभोक्ताओं को किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आने दी जा रही है।
कॉलोनी व स्लम बस्तियों में बिजली की मांग में निरंतर इजाफा आता रहता है। ऐसे में बिजली का लोड बढ़ने से ट्रांसफार्मर की क्षमता कम पड़ने लगी है। बिजली निगम की ओर से समय-समय पर बिजली के ट्रांसफार्मर लगाए जाते रहते हैं, लेकिन अब सबसे बड़ी समस्या यह आने लगी है कि कोई भी अपने घर के सामने गली या मुहल्ले में ट्रांसफार्मर लगाने नहीं देते हैं। लोग इसका विरोध करना शुरू कर देते हैं। इससे इलाके में मांग के अनुरूप ट्रांसफार्मर नहीं लग पाते हैं।
शहर में ऐसे कई स्थान हैं, जहां पर ट्रांसफार्मर लगाए जाने का काम अधर में लटका हुआ है। इनमें एसजीएम नगर, संजय कॉलोनी व डबुआ कॉलोनी समेत कई ऐसे इलाके में जहां दर्जनों की संख्या में ट्रांसफार्मर लगाए जाने हैं, लेकिन ट्रांसफार्मर लगाते वक्त लोग उसका विरोध करना शुरू कर देते हैं।
इससे या तो पुलिस का सहारा लेना पडता है या फिर ट्रांसफार्मर लगाने का काम ठंडे बस्ते में डालना पड़ जाता है। जिसका खामियाजा गर्मियों के दिनों में आज उपभोक्ताओं को झेलना पड़ता है।