सात समंदर पार बैठे लोगों से सॉफ्टवेयर वैधता के नाम पर ठगे जा रहे थे हजारों डॉलर, जानिए कैसे

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महामारी ने जहां हजारों लोगों की नौकरियां छीन ली, वहीं युवाओं को भी बेरोजगार कर दिया है। जिसके चलते युवा अपराध की ओर बढ़ते जा रहे हैं। क्योंकि उनको लगता है कि उनकी जो डिग्री है वह सिर्फ नाम के लिए है।

उनको किसी कंपनी में अच्छी जॉब नहीं मिल सकती। इसीलिए वह कम समय में ज्यादा पैसा कमाने की होड़ के चलते अपराध की ओर बढ़ते चले जाते हैं। फरीदाबाद जिले में भी एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें फर्जी कॉल सेंटर चलाकर विदेशी लोगों से विभिन्न सर्विस के नाम पर धोखाधड़ी की जा रही है।

सात समंदर पार बैठे लोगों से सॉफ्टवेयर वैधता के नाम पर ठगे जा रहे थे हजारों डॉलर, जानिए कैसे

इसकी सूचना मुखबिर खास के द्वारा थाना साहब साइबर क्राइम को दी गई जिसमें उसने बताया कि  एस.आर.एस.टार ,536 पांचवी मंजिल faridabad पर ग्लोवल टैकलाइफ के नाम से बिना दस्तावेज के अवैध काल सैन्टर चलाया जा रहा है तथा विभिन्न सर्विसिस देनें के नाम पर विदेशी नागरिकों के साथ धोखाधडी की जा रही है ।

सच मानते हैं पुलिस के द्वारा एक टीम का गठन किया गया जिसमें उप पुलिस अधीक्षक, मुख्यमन्त्री उडन दस्ता हरियाणा के दिशा निर्देश पर ई.ए.एस.आई. महेन्द्र, मु0सि0 शिव कुमार ,सि0 अंकित कुमार की रैडिंग पार्टी तैयार करके उक्त पते पर रेड की गई। जहां पर पाया गया की मौका पर कम्पयूटर सिस्टम लगा कर काल सैंटर बनाया हुआ है ।

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काल सैंटर में काल सैंटर मालिक गुरेन्दर सिंह संधु काल सैंटर में  मौजूद कर्मचारी को दिशा निर्देश दे रहे थे।कर्मचारी हैडफोन लगाकर अग्रेंजी भाषा में काल कर रहे थे। रेड दे दौरान काल सैंटर के कर्मचारी अपने अपने सिस्टम पर बैठे मिले। जिनके कम्पयुटर सिस्टम मे wowPbx साफटवेयर इन्सटाल पाए गए ।

काल सैंटर मालिक गुरेन्द्र सिंह से जब पुलिस ने गहनता से पूछताछ कि तो बताया कि वह व उसके सहायक साथी ईशान चौधरी बतौर मैनेजर व अंकुश व विशाल  बतौर सहायक उसकी सहायता करते हैं ।

सात समंदर पार बैठे लोगों से सॉफ्टवेयर वैधता के नाम पर ठगे जा रहे थे हजारों डॉलर, जानिए कैसे

काल सैंटर का मालिक गुरेन्द्र सिंह अपने कर्मचारियों की मदद से wowPbx साफटवेयर के माध्यम से यूएस के नागरिकों के कम्प्यूटर सिस्टम पर पोपअप के माध्यम से मैसेज भेजते है कि आपके कम्प्यूटर सिस्टम पर उपलब्ध साफटवेयर की वैधता समापत हाने वाली है तथा अपने साफटवेयर की वैधता बढाने के लिए हमसे सम्पर्क करें ।

इस कार्य के लिए यूएस में बैठे क्लाइंट से कार्य के अनुसार 50 डालर से 300 डालर तक Zelle, Cashapp, Gpay, Store Card, usdt के माध्यम से डालर की धन राशी प्राप्त करके यह फर्जीवाडा करते हैं ।

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काल सैंटर मालिक गुरेन्द्र सिंह की मेज चैक करनें पर नकद रकम 1,13,000 रूपए बरामद हुए। आरोपियों ने बताया कि यह पैसे इसी कॉल सेंटर से कमाए है। काल सैंटर से दो कम्प्यूटर सिस्टमों से 2 हार्ड डिस्क 160 जीबी, पैन ड्राईव 64 जीबी में निकाली गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर सभी आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।