भारत देश की सभ्यताओं के अनुसार शादी मतलब सिर्फ दो लोगों का मेल ही नहीं बल्कि दो परिवारों को एक करना होता है लेकिन अक्सर कुछ प्रेमी जोड़ों की ऐसी घटनाएं सामने आती हैं उसकी वजह से यह रिश्ता दागदार हो जाते हैं ।
इसी कड़ी में आज हम आपको एक प्रेमी युगल दास्तां सुनाने जा रहे हैं जिसे जानने के बाद आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी।अक्सर आपने फिल्मों और कहानियों में सुना होगा कि प्रेमी अपने प्यार को पाने के लिए किसी भी हद तक गुजर सकते है।
लेकिन जब यही बातें असल जिंदगी में सामने आते हैं तो यह लोगों के लिए एक मिसाल भी बन जाते हैं फिल्मों में आपने अभी तक सिर्फ हीरो हीरोइन को इस किरदार में देखा होगा लेकिन आज हम आपको सच्ची दास्तां सुनाने जा रहे हैं जिसे सुनने के बाद आप शायद लैला मजनू हीर रांझा ऐसे आशिकों की कहानी को भी कम आंकने लगेंगे ।
उत्तर प्रदेश के इचाक थाना क्षेत्र में एक प्रेमी युगल का मामला सामने आया है जिसमें प्रेमी ने हीरो की तरह प्रेमिका के ससुराल पहुंच कर सीधा उसके कमरे में पहुंचा जहां पति-पत्नी के बीच नोकझोंक हो रही थी।
प्रेमी ने हस्तक्षेप करते हुए प्रेमिका को अपनी पत्नी बताया। फिर देखते ही देखते हंगामा होने लगा। फिल्मों में ही सुना होगा आपने कि प्यार किया तो डरना क्या इसीलिए मार खाने के लिए भी प्रेमी डटकर आगे खड़ा रहा ।
लात घूसों से किया स्वागत
प्रेमी को वहां लात-जूतों से पिटाई खानी पड़ी। बाद में पुलिस समाज और दोनों पक्षों के परिजनों के बीच प्रेमिका ने प्रेमी को ही अपना पति मान लिया। गुरुवार की सुबह दुल्हा-दुल्हन पक्ष के दर्जनों लोग थाना पहुंचे। जहां पूछताछ के बाद लड़की को उसके पिता राजकुमार मेहता को सौंप दिया गया। जबकि प्रेमी को थाने से बिना शर्त छोड़ दिया गया , जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
युवती के कमरे में घुसकर प्रेमी ने क्या बोला ?
युवती के कमरे में घुसकर प्रेमी बोला आठ साल से हम दोनों का प्रेम प्रसंग चल रहा है। ये मेरी पत्नी नवविवाहिता द्वारा पति को छोड़कर प्रेमी के संग वापस मायके लौटने का मामला प्रकाश में आते ही पूरे समाज में चर्चा का विषय बन गया।
यह मामला इचाक थाना क्षेत्र के हदारी गांव निवासी कौलेश्वर प्रसाद मेहता के घर बुधवार रात देखने को मिला। कौलेश्वर प्रसाद मेहता के छोटे पुत्र नरेश कुमार मेहता की शादी पांच जून की पदमा प्रखंड के बंदर बेला गांव निवासी राजकुमार मेहता की पुत्री अंजली के साथ हुई थी।
वर पक्ष वाले छह जून को दुल्हन लेकर हदारी वापस आए। जिसके बाद प्रेमिका के फोन पर दुल्हन अंजलि का प्रेमी हीरालाल साव प्रेमिका से मिलने 9 जून की रात दस बजे हदारी आ धमका।
हदारी पहुंचते ही अंजलि का प्रेमी हीरालाल सीधे उसके कमरे में चला गया। जहां अंजलि और उसके पति नरेश के बीच नोकझोंक चल रही थी।कमरे में पहुंचते ही अंजलि के प्रेमी हीरालाल ने उसके पति से कहा कि इसके साथ मारपीट क्यों कर रहे हो यह मेरी पत्नी है।
इसके साथ मेरा आठ साल से प्रेम प्रसंग चल रहा है। अंजलि के प्रेमी हीरालाल ने उसके घर पहुंचने की सूचना मिलते ही अन्य परिजन जाग गए। जिसके बाद नरेश के परिजनों ने हीरा लाल साव की लात जूतों से पिटाई कर दी।
मामला गहराता देख ग्रामीणों ने पीसीआर को फोन कर दिया। जिसके बाद पुलिस गश्ती दल नरेश के घर पहुंची। पुलिस ने तत्काल अंजलि और प्रेमी हीरालाल को गिरफ्तार कर थाना ले आया।
लड़के पक्ष वालों ने लड़की के पिता पदमा के बंदर बेला गांव निवासी राजकुमार मेहता को मामले की जानकारी दे दी। अंजलि के पिता परिजनों के साथ उसका ससुराल पहुंचे।
जिसके बाद नरेश के घर वालों की उपस्थिति में उससे पूछताछ की गई। जिसमें अंजलि ने पति को छोड़कर प्रेमी हीरालाल साव के साथ रहने की सहमति दे दी।इस सच्ची घटना के बाद आपको बता दें कि भले ही आपकी शादी किसी से भी क्यों ना हो जाए लेकिन यदि आपका प्यार सच्चा है तो आप अपने प्रेमी के साथ ही अपना पूरा जीवन व्यतीत करेंगे क्योंकि अक्सर सुना और बोला गया है कि प्यार किया तो डरना क्या।
Written by : Ankita Gusain