फरीदाबाद नगर निगम में अधिकारियों की लापरवाही के चर्चे तो जगजाहिर हैं। आए दिन अधिकारियों की लापरवाही के किस्से अखबारों में सुर्खियां बटोरते हैं चाहे वह बिना जांच किए बिल बनाना हो या फिर कोई अन्य घोटाला ऐसा ही कुछ बीते दिन नगर निगम में देखने को मिला जहां निगमायुक्त के द्वारा फाइल मांगने पर एसडीओ ने उन्हें फाइल गायब होने का जवाब दिया।
दरअसल, नगर निगम में करोड़ों के घोटाले की जांच अभी जारी है। घोटाले से संबंधित दस्तावेजों की विजिलेंस तलाश की जा रही है, लेकिन मिल नहीं रहे। बावजूद इसके फाइलों के गायब होने का सिलसिला जारी है। निगम कमिश्नर डॉ गरिमा मित्तल ने एसडीओ से फाइल मांगी तो उसने जवाब दिया कि गुम हो गई है।
कमिश्नर एसडीओ की बात सुनकर हैरान हो गई। उन्होंने कहा ठीक है एफआईआर दर्ज कराती हूं। यहां पांच पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगवाती हूं। अब निगम की गायब होने वाली फाइलों को वही तलाश करेंगे। कमिश्नर ने जब कार्रवाई करने की बात कही तो एसडीओ ने चुप्पी साध ली।
जानकारी के अनुसार नगरनिगम में कार्यरत एसडीओ जीतराम और जेई सुमेर सिंह से तोडफोड़ के लिए बाहर से मंगाई जाने वाली पोकलेन मशीन की फाइल मांगी गई। जिस पर एसडीओ ने कहा कि पुरानी फाइल गायब हो गयी है, मिल नहीं रही। नई फाइल पर मंजूरी दे दी जाए। एसडीओ की बात सुनकर कमिश्नर भी हैरान हो गई।
उन्होंने कहा कि निगम को आप लोगों ने तमाशा बना दिया है, यहां हर चीज की फाइल ही गायब हो जाती है। उन्होंने गायब फाइल के बारे में एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी देते हुए कहा कि पुलिस कमिश्नर से बात कर परमानेंट पांच पुलिसकर्मियों की ड्यटी लगवा देती हूं। वही गायब होने वाली फाइलों को ढूंढा करेंगे। कमिश्नर के मूड को देखकर अधिकारी वहां से चलते बने।