अब व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से समस्या का होगा समाधान, निगमायुक्त ने दिए आदेश

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मानसून की दस्तक के साथ ही स्मार्ट सिटी में बारिश के पानी की निकासी व्यवस्था को लेकर नगर निगम अधिकारियों और कर्मचारियों के कार्यों की पोल खुलने लगती है।

हल्की सी बारिश स्मार्ट सिटी की स्मार्ट व्यवस्थाओं की धज्जियां उड़ाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ती। बावजूद इसके हर साल निगम अधिकारी दावा करते हैं कि जलभराव नहीं होगा, लेकिन यहां की हकीकत कुछ ही है।

अब व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से समस्या का होगा समाधान, निगमायुक्त ने दिए आदेश

मिली जानकारी के अनुसार इस समय स्मार्ट सिटी में दो बड़ी समस्याएं हैं। पहली बारिश से होने वाले जलभराव और दूसरी पेयजल आपूर्ति की। ऐसा माना जा रहा है कि अब इन समस्याओं का समाधान निगमायुक्त कैंप कार्यालय द्वारा की जाएगी।

जो स्टाफ निगम कैंप कार्यालय में नियुक्त होंगे। वह नगर निगम के कार्यकारी अभियंता से लेकर ऑपरेटर तक से अपडेट लेते रहेंगे और लोगों की सुविधा के लिए एक नंबर भी सार्वजनिक किया जाएगा, जहां लोग अपनी समस्याओं की शिकायत कर सकेंगे।

मिली जानकारी के अनुसार नगर निगम के हर डिवीजन का अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा। इसके लिए निगम की आईटीआई शाखा के कनिष्ठ अभियंता आशीष शर्मा व्हाट्सएप ग्रुप बनाएंगे। इसमें डिवीजन के कार्यकारी अभियंता से लेकर डिस्पोजल के ऑपरेटर तक शामिल होंगे।

ग्रुप में जलभराव को लेकर अपडेट जारी की जाएगी। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि डिस्पोजल पर ऑपरेटर है या नहीं। जिस इलाके में जलभराव है, वहां डिस्पोजल पर मोटारे चल रही है। या नहीं। इसकी जानकारी व्हाट्सएप ग्रुप पर अपडेट होती रहेंगी।

अब व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से समस्या का होगा समाधान, निगमायुक्त ने दिए आदेश

जानकारी के मुताबिक निगम आयुक्त डॉ गरिमा मित्तल के पास शिकायत आ रही है कि ट्यूबवेलो पर ऑपरेटर नदारद रहते हैं। स्थानीय लोगों को चाबी पकड़ा कर अपने अन्य काम करते रहते हैं। केवल हाजिरी लगाने के लिए आ जाते हैं।

अब निगमायुक्त ऐसे ऑपरेटरों की सूची तैयार कराकर जल्द ही और चक निरीक्षण किया जाएगा और सच्चाई का पता लगाया जाएगा। गैरहाजिर मिलने पर ऑपरेटर के खिलाफ निलंबन कार्यवाही की जाएगी। फिलहाल मानसून को देखते हुए नगर निगम के तीनों जोन में नालों की सफाई जोर शोरों से चल रही है और जाम पड़ी सीवर लाइन से कचरा बाहर निकाला जा रहा है।