जब भी कोई व्यक्ति कोई मकान बनाता या खरीदना है तो वह सोचता है कि उसको सरकार प्रशासन और बिल्डर की तरफ से सभी मूलभूत सुविधाएं आसानी से मिल जाएगी। इसीलिए वह पैसों की परवाह करें बिना लाखों करोड़ों रुपए का घर सुविधाओं के आधार पर खरीद लेता है।
लेकिन मकान खरीदने के बाद उसी मकान मालिक को सुविधाओं के लिए प्रशासन, सरकार और बिल्डर के ऑफिस के चक्कर लगाने पड़ते हैं। चक्कर लगाने के बावजूद भी उसको वह सुविधा नहीं मिलती है। जिले में भी एक ऐसी सोसायटी है।
जिसका पोजीशन बिल्डर के द्वारा दे दिया गया, लेकिन सुविधाओं के लिए वहां रहने वाले लोग अभी भी तरस रहे हैं। हम बात कर रहे हैं बीपीटीपी पार्कलैंड सेक्टर 81 की जहां पर गरीब 600 परिवार रहते है। इसमें ज्यादा जो परिवार रहते हैं। उनको करीब 7 से 8 साल हो चुके हैं। साल 2014 में बिल्डर के द्वारा सभी सुविधाएं लोगों को दे देनी चाहिए थी।
लेकिन साल 2021 आ चुका है और अभी तक बाहर रहने वाले लोग उन मूलभूत सुविधाओं के लिए दर-दर भटक रहे हैं। पार्कलैंड सेक्टर 81 के रहने वाले कपिल ने बताया कि 1 साल से इस सोसाइटी में रह रहे हैं। लेकिन सोसाइटी की रोड अभी तक बनाकर नहीं दी गई है।
उन्होंने बताया कि सोसायटी में रहने वाले लोगों के द्वारा पूरा पैसा बीपीटीपी बिल्डर को दे दिया गया है। लेकिन उसके बावजूद भी बीपीटीपी बिल्डर के द्वारा सोसाइटी के इंटरनल रोड बनाई नहीं जा रही है। जिसकी वजह से वहां पर रहने वाले लोगों को उस रोड पर चलने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार दुपहिया वाहन खराब सड़क की वजह से गिर भी चुके हैं और वाहन चालक को चोट भी लग चुकी है।
लेकिन उसके बावजूद भी बिल्डर इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा है। स्थानीय निवासी जीत ने बताया की सोसाइटी में वैसे तो काफी सारी समस्या है। लेकिन इस सोसाइटी की एंट्री के लिए चार गेट बनाए गए हैं। दो मुख्य द्वार व दो बैक साइड के द्वार है। लेकिन जिसमें से एक ही मुख्य द्वार खुला हुआ है।
वहीं दूसरे मुख्य द्वार को अभी तक मेन रोड से कनेक्ट नहीं किया गया है। जिसकी वजह से दूसरे मुख्य द्वार को पूर्ण रुप से बंद किया हुआ है और उसके बाहर सीवर का गंदा पानी पूरा कबाड़ा पड़ा हुआ है। इसको लेकर भी कई बार बिल्डर को अवगत कराया गया है कि इसको रोड से कनेक्ट कर दिया जाए। ताकि लोगों को आसानी से आवागमन कर सके।
लेकिन उसके बावजूद भी कई सालों से उनके द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। वहीं सीनियर सिटीजन का कहना है कि उनके द्वारा क्लब बनाने के लिए बिल्डर को सारे पैसे दे दिए गए हैं। लेकिन अभी तक क्लब के बारे में कोई भी चर्चा नहीं हुई है और हर बार क्लब को लेकर बात करते हैं लेकिन सिर्फ आश्वासन के अलावा और कुछ नहीं मिलता है।
लोगों का कहना है कि सारी जिम्मेवारी बिल्डर की होती है। लेकिन अगर बिल्डर कार्य नहीं करता है तो उसकी जिम्मेवारी प्रशासन व सरकार को लेनी चाहिए। ताकि सोसायटी में रहने वाले लोगों को जो सुविधाएं नहीं मिल रही है। वह उनको जल्द से जल्द मिल सके और वह उस सोसाइटी में खुशहाल अपने परिवार के साथ रह सके। बिल्डर की शिकायत कई बार प्रशासन व सरकार को भी की है लेकिन अभी तक उनकी ओर से कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है। जिसकी वजह से उनको मूलभूत सुविधाओं के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।