जुनैद हत्याकांड में जिले के 12 पुलिसकर्मियों के खिलाफ थाना बिछोर पुन्हाना जिला नूह हरियाणा में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ। मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। मेवात एसएसपी नरेंद्र बिजारनिया का कहना है कि एसआईटी का गठन किया जा चुका है।
एसआईटी इस मामले की जांच बारीकी से करेगी, अगर जांच में पुलिसकर्मी दोषी पाए जाते हैं। तो उन को अरेस्ट किया जाएगा और उन पर कानूनी तौर पर पूरी कार्रवाई की जाएगी।
शिकायतकर्ता ने बताया कि चुनाव व तीन चार लड़के राजस्थान बारात से 31 मई 2021 को शाम 6:00 बजे लौट रहे थे। इसी दौरान फरीदाबाद साइबर पुलिस स्टेशन की टीम 3 गाड़ियों में आई और सभी को सुनहेड़ा गांव के पास से सभी को जबरन अपनी गाड़ी में बैठा कर अपने साथ ले आए।
इसके बाद जुनैद को छुड़ाने के लिए 1 जून को इरशाद फरीदाबाद साइबर पुलिस स्टेशन आए। पुलिस स्टेशन में कार्यरत एक पुलिसकर्मी ने जुनैद को छोड़ने के लिए कुछ रुपए भी मांगे थे। उसके बाद इरशाद जुनैद को अपने साथ घर ले आया
लेकिन घर लाने के बाद जुनैद की तबीयत खराब होने लगी। जिसके चलते उसको उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। जुनैद की मृत्यु 11 जून 2021 को हुई थी।
इसके बाद परिजनों ने केस दर्ज करवाया उसमें कहा कि जुनैद की हत्या पुलिस की पिटाई की वजह से हुई है। इस शिकायत पर सभी आरोपित पुलिस वालों पर आईपीसी की धारा 302 342 व 34 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस बारे में साइबर पुलिस स्टेशन के एसएचओ बसंत कुमार का कहना है कि साइबर पुलिस ने की टीम के ऊपर जुनैद की हत्या करने का आरोप बिल्कुल गलत लगाया जा रहा है।
उनकी टीम एसआईटी की जांच में पूरा सहयोग करेगी। पुन्हाना के बिछोर थाने में दर्ज मुकदमे में फरीदाबाद पुलिस स्टेशन के एसएचओ बसंत कुमार, सब इंस्पेक्टर राजेश, सुरजीत, असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर नरेंद्र, जावेद, हेड कांस्टेबल नरेश, दलवीर व पांच अन्य पुलिसकर्मी के नाम शामिल है।