देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्तमान में देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक तो केंद्र सरकार और दूसरी उत्तर प्रदेश की सरकार पर पैनी नजरें गड़ाए हुए हैं। दरअसल दोनों ही स्थलों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से पीएम नरेंद्र मोदी मुलाकात भी कर चुके हैं और इस दौरान उन्होंने लापरवाही और लापरवाह प्रशासन को से लेकर उनके राज्यों को होने वाले संभावित नुकसान को ध्यान रखने की बात कही है।
जानकारी के मुताबिक पिछले कई दिनों से पीएम मोदी की अध्यक्षता में गृह मंत्री अमित शाह से लेकर जेपी नड्डा के साथ कई बैठकें की गई, जिन्हें देख कर मानो ऐसा लगता है कि पीएम मोदी केंद्र सरकार के कुछ मंत्रियों की कार्यशैली से असंतुष्ट महसूस करते हैं, जिसके पीछे जल्द ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में संभावित फेरबदल देखा जा सकता है।
वहीं बताते चलें कि आए दिन पीएम मोदी पिछले कई दिनों से केंद्रीय मंत्रिमंडल के कुछ वर्गों के साथ इस तरह की छोटी-छोटी बैठकें कर रहे हैं, लेकिन ये बैठकें सिर्फ केंद्रीय स्तर तक ही सीमित नहीं हैं। बल्कि हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात हुई थी।
जिसके बाद यह कहना कतई गलत नहीं होगा कि कैबिनेट विस्तार न केवल केंद्रीय स्तर पर होगा, बल्कि राज्य स्तर पर भी होगा, भले ही वह यूपी, एमपी जैसा राज्य ही क्यों न हो। यह भी एक कारण था कि योगी आदित्यनाथ को हाल ही में दिल्ली बुलाया गया था
न कि विपक्ष या मीडिया आपकी सेवा करना चाहता है।संसद के मानसून सत्र से पहले ही कैबिनेट विस्तार योजना के लिए एनडीए के सहयोगियों पर भी विचार किया जा रहा है।