सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीबीएसई ने 12वीं के छात्रों को पास करने के लिए ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया पेश किया. वहीं सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार के तरफ से अटॉर्नी जनरल ने बताया कि किस आधार पर 12वीं के छात्रों को पास किया जाएगा.
अटॉर्नी जनरल ने कोर्ट को बताया कि 10वीं कक्षा के लिए 5 विषय लिए गए हैं और तीन में से सर्वश्रेष्ठ का औसत निकाला गया है. कक्षा 12वीं के छात्रों के लिए प्रैक्टिकल होते हैं. हम 10वीं से 30 फीसदी, 11वीं से 30 फीसदी और 12वीं से 40 फीसदी लेंगे और सभी का औसत निकाल कर 12वीं के छात्रों को पास किया जाएगा.
सीबीएसई ने सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट को बताया कि 10वीं के 3 टॉप विषयों के आधार पर 30 फीसदी, 11वीं के आधार पर 30 फीसदी और 12वीं के यूनिट टेस्ट आदि के आधार पर 40 फीसदी नंबर देकर 12वीं के छात्रों को पास किया जाएगा. 12वीं के रिजल्ट की घोषणा 31 जुलाई 2021 तक की जाएगी.
सीबीएसई ने 4 जून 2021 को ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया तय करने के लिए 13 सदस्यीय कमेटी का गठन किया था. 12वीं मूल्यांकन नीति तय करने के लिए समिति को दस दिन का समय दिया गया था. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार और सीबीएसई को ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया तय करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया था.
वहीं, इससे पहले 31 मई 2021 को सीबीएसई और सीआईएससी की परीक्षाएं रद्द करने की मांग वाले इस मामले की सुनवाई हुई थी, जिसके दौरान केंद्र सरकार और सीबीएसई का पक्ष रख रहे एडवोकेट जनरल (एजी) ने खण्डपीठ से अंतिम नतीजे पर पहुंचने के लिए दो दिन का समय मांगा था।
हालांकि, अगली सुनवाई के पहले ही सीबीएसई ने 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की घोषणा कर दी थी, जिसके बाद खण्डपीठ ने रिजल्ट तैयार करने के लिए सीबीएसई ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया 2021 दो सप्ताह में प्रस्तुत करने को कहा था।