बैंड–बाजे वालों पर टूटा महामारी का कहर, बुकिंग रद्द होने से आ गई घोड़ी बेचने की नौबत

0
422

महामारी और लॉकडाउन के कारण लोगों का व्यापार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। इसकी वजह से लाखों की कमाई करने वाले बैंडबाजे वालों का व्यापार पूरी तरह ठप्प हो गया। ऐसे में इनकी रोजी–रोटी का संकट पैदा हो गया है। बारात में घोड़ी उपलब्ध कराने वालों का भी यही हाल है।

महामारी के कारण हर दिन भारी पड़ रहा है। इनका कहना है कि यह इतना बुरा दौर है कि घर खर्च की आमदनी तक जुटाना बहुत मुश्किल हो रहा है। शहर के 200 से अधिक लोग इस व्यवसाय से जुड़े हुए हैं।

बैंड–बाजे वालों पर टूटा महामारी का कहर, बुकिंग रद्द होने से आ गई घोड़ी बेचने की नौबत

बैंडबाजा यूनियन के प्रधान अनिल भगवान ने बताया कि 15 अप्रैल से 30 मई तक लगभग 17 लोगों ने शादी व अन्य कार्यक्रमों की बुकिंग करवाई थी और 15 लाख से अधिक की बुकिंग 4 महीने पहले ही हो चुकी थी।

महामारी और लॉकडाउन के कारण सभी लोग अपनी बुकिंग्स को रद्द करवा रहे हैं और कुछ लोगों के तो अब भी लगातार फोन आ रहे हैं। इसके कारण बुकिंग में मिले एडवांस को वापिस करना पड़ रहा है।

बैंड–बाजे वालों पर टूटा महामारी का कहर, बुकिंग रद्द होने से आ गई घोड़ी बेचने की नौबत

अनिल भगवान ने यह भी बताया कि शहर के 200 से अधिक लोग इस व्यवसाय से काफी लंबे समय से जुड़े हुए हैं। उनको अपने पहले के खर्च के रूपये देने पड़ रहे हैं जिसके कारण उनका ज्यादा पैसा खर्च हो चुका है। अगर जल्दी ही हालात नहीं सुधरे तो उनको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।

बैंड–बाजे वालों पर टूटा महामारी का कहर, बुकिंग रद्द होने से आ गई घोड़ी बेचने की नौबत

सेक्टर–3 में, घोड़ी बग्गी का काम करने वाले अशोक कुमार ने बताया कि महामारी के कारण उनका काम बंद हो गया है अगर किसी दूसरे काम के बारे में सोचते हैं तो लॉकडाउन के कारण सब कुछ बंद है। इसके कारण घोड़ियों के चारे तक के लिए उनके पास रुपए नहीं है। अब इस मुश्किल स्थिति में घोड़ियों को बेचना भी पड़ सकता है।