मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम के तहत अब इस तरह होगी पढ़ाई, निदेशालय ने दिए आदेश

0
512

मुख्यमंत्री दूरवर्ती” शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत हरियाणा विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने हरियाणा में कक्षा पहली से लेकर बारहवीं तक के विद्यार्थियों को एडुसेट के चार टीवी चैनलों के माध्यम से दूरवर्ती शिक्षा देने का निर्णय लिया है और निदेशालय के अनुसार यह स्वयंप्रभा चैनल एनसीइआरटी के माध्यम से संचालित किया जाएगा।



दरअसल, पहली बार हरियाणा में एजुसेट की माध्यम से कक्षा पहली से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों एवं उच्च शिक्षा के लिए चार चैनल चलाए जा रहे हैं। जो अब केबल टीवी और जिओ टीवी के माध्यम से हर घर में उपलब्ध होगी। इन चारों चैनल पर हर रोज कक्षावार, विषयवार पाठ्यक्रम की मासिक बांट के आधार पर कार्यक्रम का प्रसारण किया जायेगा।

मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम के तहत अब इस तरह होगी पढ़ाई, निदेशालय ने दिए आदेश

मिली जानकारी के अनुसार इस तरह के प्रकाशित होने वाले कार्यक्रमों में एक स्मार्ट क्लासरूम शामिल होता है। जिसमें विद्यार्थी अपने विषय अध्यापिका के साथ अन्य संचार माध्यम से संपर्क में रहेंगे। इसमें विद्यार्थी अपने प्रश्नों अपनी शंकाओं का समाधान पा सकते हैं।


यह कक्षा व्यवस्था हिंदी तथा अंग्रेजी दोनों माध्यमों के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध है। कक्षा छठी से बारहवीं के लिए एनसीईआरटी की पुस्तकों के आधार पर ही पठन-पाठन करवाया जाता है। यह राज्य के अन्य बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए भी उपयुक्त है इसमें जेई मैंस, नेट की परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए समुचित व्यवस्था है राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की पालना में कक्षा पहली से तीसरी के विद्यार्थियों के लिए फाऊंडेशनल लिटरेसी एंड एफएलएन नूमेरिक की व्यवस्था की गई है। विद्यालय शिक्षा निदेशालय के अनुसार सभी तैयारियां पूरी होने के बाद इन चैनलों को 16 जून 2021 से शिक्षा का प्रसारण शुरू कर दिया गया है।


मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालय शिक्षा निदेशालय नियम बनाए हैं। जिसमें सभी कक्षा विषय अध्यापक विद्यार्थियों के अभिभावकों को सूचित करने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाएंगे और कक्षा से संबंधित सभी अध्यापकों के साथ अभिभावकों को व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ा जाएगा। अध्यापक अभिभावकों को नियमित तौर पर प्रसारण की दैनिक समय सारणी साझा करेंगे और अभिभावकों के साथ निरंतर में संपर्क में रहने के साथ बच्चों को घर पर पढ़ाने में भी सहयोग करेंगे।

जिन अभिभावकों के पास व्हाट्सएप नहीं है। अध्यापक उनके साथ फोन कॉल और तस्वीर के माध्यम से जुड़े रहेंगे। अध्यापक विद्यार्थी को उत्कर्ष सोसायटी द्वारा प्रतिदिन वेबसाइट www.haryansedust.com और स्वयं प्रभा फ्री डीटीएच चैनल द्वारा www.syayamprabha.gov.in पर साझा किए जाने वाले ई लर्निंग वांटेड तथा प्रसारण की दैनिक समय सारणी के बारे में निर्देशित करेंगे।

मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम के तहत अब इस तरह होगी पढ़ाई, निदेशालय ने दिए आदेश

असर ऐप के माध्यम से पाठ्यक्रम की मासिक बाद के अनुसार प्रसारण सामग्री और विभिन्न दैनिक सर्वे किए जा राहे है। साथ अभिभावकों को एक अलग नोटबुक बनाने के लिए सलाह दें जिसमें विद्यार्थी प्रतिदिन के आधार पर अपनी पढ़ाई का रिकॉर्ड रख सकें और नोट बुक की फोटो व्हाट्सएप ग्रुप में भेजें जब विद्यार्थी स्कूल आएंगे तब अध्यापक की उनकी समीक्षा करेंगे। अध्यापक यह सुनिश्चित करेंगे कि अभिभावकों के साथ व्हाट्सएप एसएमएस फोन कॉल के मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम के साधन साझा किया जा रहा है या नहीं।

इस संबंध में विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक, खंड शिक्षा अधिकारी, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी व प्रभारी को निर्देश दिया है कि सभी अधिकारी अपने क्षेत्र में यह सुनिश्चित करेंगे कि स्कूलों में केवल टीवी के किस नंबर पर ऐड सेट के इस चैनल का प्रसारण होगा, इंसान कितने बजे आना है इसकी सूचना संबंधित जिला स्तरीय अधिकारियों को उपलब्ध करवाना अनिवार्य होगा।