जिले के कई पॉश सेक्टर में रहने वाले लोगों को कुत्ते को पालने का शौक होता है और उसके लिए हर तरह की सुविधाएं उसको उपलब्ध कराते हैं। लेकिन कई बार वही बेजुबान किसी की जान लेने के लिए उस पर हमला कर देता है और वह गंभीर रूप से घायल हो जाता है।
यह सिर्फ पालतू कुत्ते ही नहीं बल्कि सड़कों पर घूमने वाले आवारा डॉग भी किसी ना किसी को घायल कर देते हैं। क्षेत्रवासियों के द्वारा कई बार प्रशासन व नगर निगम को भी अवगत करवाया गया। लेकिन उसके बाद भी कोई उन डॉग व उनके मालिक को लेकर कार्यवाही नहीं हुई।
ऐसा ही एक मामला सेक्टर 37 के मकान नंबर 1251 में रहने वाले अनिरुद्ध के बेटे के साथ हुआ है। अनिरुद्ध ने बताया कि उनकी बेटी की उम्र 6 साल की है। रात को डिनर करने के बाद अपने नानाजी के साथ गली में शेयर कर रहा था। उनकी गली के मकान नंबर 1255 में Rottweiler डॉग को पाला हुआ है।
लेकिन उस दिन उनके घर का गेट खुला हुआ था और जब उनका बेटा पर नाराजगी के साथ और उसके घर के गेट के पास गया तो उनके कुत्ते ने बच्चे पर हमला कर दिया। तभी उनके नाना ने बच्ची को गोद में उठा लिया। लेकिन उसके बावजूद भी कुत्ते ने उसके पैर को काट लिया उन्होंने बताया कि बच्चे का पैर गंभीर रूप से घायल हो गया और कुत्ते के काटने की वजह से उसका मास भी कट गया है।
इसके बाद उसका उपचार के लिए अस्पताल में लेकर गए। जहां पर डॉक्टर ने बच्चे के उपचार के दौरान कई टांके लगाए। उन्होंने बताया कि डॉग के मालिक के द्वारा बच्चों के उपचार का पूरा खर्चा उठाया गया। साथ ही उन्होंने यह भी आश्वासन दिया है कि वह भविष्य अपने कुत्ते को कभी भी खुला नहीं छोड़ेंगे और घर का गेट भी हमेशा बंद रखेंगे।
सेक्टरवासियों का कहना है कि स्ट्रीट कुत्तों की संख्या बढ़ती जा रही है। उसको लेकर सेक्टर वासियों के द्वारा कई बार नगर निगम व प्रशासन को भी अवगत कराया जा चुका है। लेकिन उसके बावजूद भी अभी तक इनके द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है। वहीं अगर पालतू कुत्ते किसी व्यक्ति को काटता है तो पालतू कुत्ते के मालिक के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए।