आज के समय में हर शख्स के पास एक ना एक वाहन जरूर होता है और उस वाहन की देखभाल करना उसका अधिकार होता है। अगर हम अपने वाहन का ध्यान नहीं रखेंगे, तो वो वाहन हमारे लिए आने वाले दिनों में खतरे की घंटी बन सकता है।
हम बात कर रहे हैं गाड़ी के पोलूशन की। अगर आपकी गाड़ी का पोलूशन की अवधि समाप्त हो गई है। तो रजिस्ट्री फेल हो जाएगी और साथ ही आपकी रजिस्ट्रेशन जब तक सस्पेंड रहेगी जब तक आप दोबारा सर्विस सेंटर पर जाकर अपने सारे नियमों की जांच नहीं करवा लेते।
अगर अधिकारियों को जांच करने के बाद यह लगता है कि आप अपने वाहन के सारे नियमों की पालना नहीं कर रहे हैं, तो आपकी गाड़ी पेश करा सकते हैं और यह पेशी डिजिटल या फिर लिखित भी हो सकती है। अगर आप किसी भी कारण अपनी गाड़ी को पेश नहीं करते तो आपके ऊपर फाइन भी लगाया जा सकता है।
यह नियम प्रदूषण में नियंत्रण प्रमाण पत्र के द्वारा जारी कर दिया जाएगा। लगभग पूरे देश में यह सिस्टम 3 महीनों के अंतर्गत लागू कर दिया जाएगा। इससे लोग जागरुक रहेंगे कि उनको कब समय-समय पर अपने-अपने वाहनों की जांच करानी है। यह नोटिफिकेशन मंत्रालय द्वारा जारी किया जा रहा है।
इन नए नियमों के अनुसार एक नियम और जारी किया गया है कि पहली बार रजिस्ट्रेशन स्लिप भी जारी की जाएगी यानी अगर गाड़ी में प्रदूषण मानकों से ज्यादा प्रदूषण निकला तो जांच के बाद गाड़ी के मालिक को एक रजिस्ट्रेशन स्लिप दी जाएगी। जो मालिक उस स्लिप को सर्विस सेंटर पर जाकर उस सर्विस वर्कर को दिखाएगा और तभी उसको अपने वाहन को ठीक कराना होगा।
वरना बिना स्लिप देखें सर्विस सेंटर पर उनके वाहन को कोई भी ठीक नहीं करेगा। इन नए नियमों के साथ एक अच्छा नियम भी बनाया गया है कि अब अगर आपकी गाड़ी का प्रदूषण सस्पेंड होने वाला होगा, तो आपको आपके मोबाइल पर अलर्ट मैसेज जारी कर दिया जाएगा। जिसमें गाड़ी मालिक का नंबर, पता और गाड़ी के के चार नंबर की जानकारी दी जाएगी। जिससे उन्हें समय-समय पर यह पता हो कि कब उनको अपने गाड़ी का पॉल्यूशन या अन्य नियम का रजिस्ट्रेशन कराना है। इससे लोगों को समय समय पर याद रहेगा।
वातावरण भी हो रहा है दूषित
अगर वाहन की प्रदूषण की जांच समय समय पर नहीं होगी तो यह हमारे वातावरण के लिए भी बहुत खतरनाक बात है। हवा में प्रदूषण मिलकर वातावरण को और खराब करता है। और वह हवा हम अपने शरीर में अंदर लेते हैं तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कितनी बीमारियों को हम खुद दस्तक दे रहे हैं। इससे वातावरण को दूषित होगा ही, साथ में आप भी सैकड़ों बीमारियों को बुला रहे हैं।